देहरादून। उत्तराखंड में बृहस्पतिवार को करवा चौथ पर्व की धूम रही। सुबह से ही सुहागिनों ने निर्जला व्रत रख पतियों की लंबी उम्र की कामना की और बड़ों का आशीर्वाद लिया। करवा चौथ को लेकर सुहागिन महिलाएं सजधज कर काफी उत्साह में दिखीं।
सुबह से महिलाएं व्रत की तैयारियों में जुट गई थीं। इस दौरान महिलाओं ने मंदिरों में पूजा कर निर्जला व्रत की शुरुआत की। कई पत्नियों से पतियों से इस खास पर्व पर उन्हें घुमाने और खरीदारी की भी मांग की। जिस पर बाजार में भी खूब रोनक देखने को मिली।
शहर के सबसे व्यस्ततम पलटन बाजार में सुबह से ही महिलाएं खरीदारी को उमड़ पड़ी थीं। वहीं, जगह-जगह लगे मेंहदी के स्टॉल पर भी महिलाओं की भीड़ देखी गई। ब्यूटी पार्लरों में भी महिलाओं को अपनी बारी का घंटों इंतजार करना पड़ा।
दोपहर बाद महिलाओं ने मोहल्लों, कॉलोनियों व सोसाइटियों में सामूहिक रूप से कथा पढ़ी। इसके बाद रंगारंग कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। महिलाएं भजन, कीर्तन के साथ गीतों पर खूब झूमीं। रात में आठ बजकर 19 मिनट पर चांद ने दर्शन दिए तो सुहागिनों का उत्साह और बढ़ गया।
महिलाओं ने छलनी से चांद का दीदार कर पति की पूजा की और फिर व्रत खोला। इसके बाद परिवार के बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद भी लिया। ज्योतिषाचार्य पंडित अनिल भट्ट ने बताया कि सुहागिन महिलाओं की ओर से सौभाग्य की प्राप्ति और पति की दीर्घायु के लिए करवा चौथ का व्रत किया जाता है।
वहीं, पहला करवाचौथ पर्व मनाने वाले कई नव दंपतियों ने साथ में व्रत रखा। पति भी पूरे दिन भूखे रहे। रात को चांद निकलने पर पत्नी के साथ व्रत खोला। कनखल निवासी आकाश सैनी ने बताया कि उनका पहला करवाचौथ पर्व है। पर्व पति-पत्नी के विश्वास और प्यार का प्रतीक है। पत्नी के साथ ही उन्होंने भी व्रत रखा। आकाश की तरह कई नव विवाहित जोड़ों ने व्रत रखा।