कर्नाटक में प्रभावशाली मुरुगा राजेंद्र मठ के लिंगायत पुजारी शिवमूर्ति मुरुगा शरणारू को गुरुवार देर रात स्कूली छात्राओं से यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया। यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। दो किशोर लड़कियों ने आरोप लगाया था कि उनके साथ वर्षों तक यौन उत्पीड़न किया गया था। अब इसके बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कर्नाटक के मठ प्रमुख शिवमूर्ति के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में वार्डन और आरोपी रश्मि को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मुरुघा मठ के मठाधीश शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू को जेल में स्वास्थ्य संबंधी कुछ समस्याएं होने की वजह से कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मुरुघा स्वामीजी का ईसीजी किया गया है। अस्पताल के सर्जन का कहना है कि मायोकार्डियल इंफार्क्शन और रक्त के संबंध में कुछ बदलाव दिखा रहा है। दावणगेरे से दो डॉक्टर आ रहे हैं, जिसके बाद हम फैसला लेंगे। उन्हें हृदय संबंधी समस्या हो रही है। हम एक घंटे में निर्णय लेंगे।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि पुलिस को मुरुघा मठ के मुख्य पुजारी शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू के खिलाफ कानून के अनुसार यौन शोषण के मामले की जांच करने की छूट दी गई है। मुरुघ मठ मामले पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हा कि हमें किसी भी आरोप (पुजारी को गिरफ्तार करने में देरी) का जवाब देने की जरूरत नहीं है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि सब कुछ कानून के मुताबिक होगा। अभी कुछ भी बोलना उचित नहीं है। हमने पुलिस को खुली छूट दी है और वे अपना काम कर रहे हैं।