
उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है और शुक्रवार को पूरे प्रदेश में कड़ाके की ठंड के साथ शीत दिवस जैसी स्थिति बने रहने की आशंका जताई गई है। पर्वतीय इलाकों के साथ-साथ मैदानी क्षेत्रों में भी घना कोहरा छाने की संभावना है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, चंपावत, नैनीताल और पौड़ी जिलों के कुछ हिस्सों के लिए भीषण शीत दिवस का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार इन जिलों में दिनभर सूर्यदेव के दर्शन मुश्किल हो सकते हैं और घने कोहरे के कारण दृश्यता काफी कम रहने की आशंका है। ठंडी हवाओं और कम तापमान के चलते लोगों को ठिठुरन का सामना करना पड़ सकता है। खासकर सुबह और देर रात के समय सड़कों पर कोहरे का प्रभाव अधिक रहने की संभावना जताई गई है।
पर्वतीय जिलों की बात करें तो उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ के कुछ इलाकों में हल्की बारिश के साथ बर्फबारी होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ गिर सकती है। इससे पहाड़ी इलाकों में तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है, जिसका असर पूरे प्रदेश के मौसम पर देखने को मिलेगा।
आने वाले दिनों के मौसम पूर्वानुमान पर नजर डालें तो 27 से 29 दिसंबर तक प्रदेश में मौसम शुष्क बने रहने की संभावना है। हालांकि नए साल के आसपास मौसम एक बार फिर बदलाव दिखा सकता है। 30 और 31 दिसंबर को पर्वतीय जिलों में हल्की बारिश और बर्फबारी के आसार जताए गए हैं, जबकि मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क रहने की उम्मीद है।
मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और ठंड से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है, खासकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को अतिरिक्त सावधानी रखने की जरूरत बताई गई है।





