
ऊधम सिंह नगर| ड्रग विभाग और स्पेशल ऑपरेशन टास्क फोर्स ने ऊधम सिंह नगर जिले में अपंजीकृत क्लीनिक चलाने वाले एक और डॉक्टर के घर से बड़ी मात्रा में नशीली गोलियों की खेप बरामद की। आरोपी क्लीनिक के बहाने युवाओं को नशे की गोलियां बेचकर क्षेत्र की युवा पीढ़ी को प्रभावित कर रहा था। पुलभटटा पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलभटटा क्षेत्र में बुधवार को वरिष्ठ औषधि निरीक्षक नीरज कुमार और स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने सूचना के आधार पर ग्राम दोपहरियां में दबिश दी। टीम ने सबसे पहले पंतपुरा रोड पर अपंजीकृत क्लीनिक चला रहे हरप्रसाद के घर के बाहर बने क्लीनिक पर कार्रवाई की। कार्रवाई में 7700 नशीली गोलियां और 720 कैप्सूल बरामद किए गए। आरोपी हरप्रसाद को गिरफ्तार कर पुलभटटा थाने ले जाया गया। आरोपी के खिलाफ धारा 8-22 एनडीपीएस के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
बताया जा रहा है कि आरोपी पिछले कई वर्षों से गांव में क्लीनिक चला रहा था और ग्रामीणों का उपचार करता था। उसका क्लीनिक और घर एक ही परिसर में स्थित था। टीम में नैनीताल की वरिष्ठ औषधि निरीक्षक मीनाक्षी बिष्ट, पूजा रानी, निधि शर्मा, पूजा जोशी, हर्षिता, पूरन सिंह मर्तोलिया, पंकज भट्ट, पंकज कंडारी, मुजफ्फर अली सहित अन्य सदस्य शामिल थे।
सुबह से देर रात तक चलाए गए अभियान के दौरान टीम ने पहले आरोपी पूरन लाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की और उसके बाद देर रात तक कार्रवाई करते हुए दूसरे क्लीनिक से नशीली गोलियां बरामद की और आरोपी हरप्रसाद को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी लंबे समय से गांव में अपंजीकृत क्लीनिक चला रहे थे।
प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि नशे की यह खेप इकरार नामक युवक देता था। दोनों आरोपी इन गोलियों को आसपास के नशेड़ियों को महंगे दामों पर बेचते थे। कार्रवाई के दौरान पुलिस और ड्रग विभाग ने यह संदेश दिया कि युवाओं को नशे की चपेट में आने से रोकने के लिए ऐसी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी जारी रहेगी। इस कार्रवाई से क्षेत्र में नशीली दवाओं की बिक्री और अवैध क्लीनिक चलाने वालों के खिलाफ प्रशासन की सतत कार्रवाई का स्पष्ट संदेश मिला है।




