
अल्मोड़ा : चौखुटिया विकासखंड के चौकोड़ी जंगल में बुधवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब घास लेने गई दो महिलाओं पर अचानक जंगली भालू ने हमला कर दिया। इस अप्रत्याशित हमले में दोनों महिलाएं बुरी तरह घायल हो गईं, जिनमें से एक की हालत गंभीर बनी हुई है। ग्रामीणों की तत्परता से दोनों घायलों को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौखुटिया पहुंचाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
घायल महिलाओं की पहचान गीता देवी और चंपा देवी के रूप में हुई है। भालू के हमले में गीता देवी के चेहरे, सिर और गर्दन पर गहरे नाखूनों के निशान आए हैं और उनकी हालत अत्यंत गंभीर बताई जा रही है। चिकित्सकों को उनके घावों पर करीब 10 से 12 टांके लगाने पड़े। वहीं चंपा देवी के सिर और चेहरे पर भी भालू के पंजों से गंभीर चोटें आई हैं, जिन पर चार से पांच टांके लगाए गए हैं। दोनों महिलाओं की स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर उपचार के लिए उच्च चिकित्सा केंद्र भेज दिया।
घटना की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी अनिल कुमार, तहसीलदार तितिक्षा जोशी, राजस्व निरीक्षक द्वाराहाट गोपाल दत्त जोशी तथा वन विभाग के एसडीओ काकुल पुंडीर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौखुटिया और घटनास्थल पर पहुंचे। अधिकारियों ने घायलों का हालचाल जाना और उपचार व अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के निर्देश दिए।
वन विभाग की ओर से पीड़ित महिलाओं को त्वरित अंतरिम राहत प्रदान की गई। गंभीर रूप से घायल गीता देवी को 30 हजार रुपये तथा चंपा देवी को 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मौके पर ही दी गई। प्रशासन ने क्षेत्र के लोगों से जंगल में जाते समय विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है और वन विभाग ने प्रभावित इलाके में गश्त और निगरानी बढ़ाने का आश्वासन दिया है। इस घटना ने एक बार फिर मानव और वन्यजीव संघर्ष की गंभीर समस्या को उजागर कर दिया है, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।




