
नैनीताल | नैनीताल जिले में स्थित प्रसिद्ध कैंची धाम 4 नवंबर की सुबह कुछ घंटों के लिए श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगा। यह निर्णय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आगमन और सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। राष्ट्रपति अपने नैनीताल प्रवास के दौरान मंगलवार को बाबा नीब करौरी महाराज के दर्शन करेंगी। प्रशासन और मंदिर समिति ने सुरक्षा कारणों से मंगलवार सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक श्रद्धालुओं की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी है।
मंदिर समिति के प्रबंधक प्रदीप साह भय्यू ने बताया कि राष्ट्रपति के कार्यक्रम को देखते हुए कैंची धाम में व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मंगलवार दोपहर 12 बजे के बाद ही मंदिर में दर्शन करने पहुंचें, ताकि सुरक्षा व्यवस्था में किसी प्रकार की बाधा न आए।
राष्ट्रपति के आगमन को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। नैनीताल और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए 1500 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए गए हैं। पुलिस, एसपीजी और खुफिया एजेंसियों की टीमें मिलकर सुरक्षा की निगरानी करेंगी। मंदिर परिसर और आसपास के इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है, ताकि भीड़ नियंत्रण और राष्ट्रपति की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दौरे को लेकर स्थानीय लोगों में उत्साह और श्रद्धा दोनों दिखाई दे रहे हैं। बाबा नीब करौरी महाराज का यह धाम न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश और विदेश में भक्ति और अध्यात्म का केंद्र माना जाता है। यहां हर साल हजारों श्रद्धालु देश-विदेश से दर्शन करने आते हैं।
कैंची धाम में राष्ट्रपति के दर्शन के बाद मंदिर समिति दोपहर 12 बजे से श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के द्वार पुनः खोल देगी। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे अनावश्यक रूप से सुबह के समय वहां न पहुंचें और दिए गए समय का पालन करें। यह अस्थायी रोक केवल सुरक्षा कारणों से लगाई गई है और दोपहर के बाद सामान्य दर्शन व्यवस्था बहाल हो जाएगी।




