
देहरादून | राजकीय दून मेडिकल कॉलेज का हॉस्टल रविवार देर रात एक बार फिर खबरों में आ गया। यहां छात्रों ने रात करीब दो बजे तक तेज आवाज में गाने बजाकर पार्टी की, जिससे हॉस्टल का माहौल अराजक हो गया। जब कुछ छात्रों ने परीक्षा पास होने का हवाला देकर शोर बंद करने की मांग की, तो दोनों पक्षों में विवाद और हाथापाई की नौबत आ गई। मामला बढ़ने पर कॉलेज प्रशासन और शहर कोतवाली पुलिस को मौके पर हस्तक्षेप करना पड़ा।
🔹 देर रात गानों पर नाचते दिखे छात्र, वीडियो वायरल
सूत्रों के अनुसार, शनिवार रात मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में छात्र-छात्राएं पार्टी कर रहे थे। पार्टी के दौरान लाउड म्यूजिक बजाया गया और कुछ छात्र अर्धनग्न अवस्था में नाचते भी नजर आए। जब दूसरे छात्रों ने विरोध किया, तो बात झगड़े में बदल गई।
घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें छात्र तेज म्यूजिक के बीच नाचते दिख रहे हैं। हालांकि अमर उजाला इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता।
🔹 पुलिस ने दी फटकार, कोतवाली में बुलाकर हिदायत
विवाद बढ़ने पर कॉलेज प्रशासन ने तुरंत शहर कोतवाली पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रों को फटकार लगाई।
शहर कोतवाल प्रदीप पंत ने बताया —
“हॉस्टल में देर रात शोर-शराबा और झगड़ा करने वाले सभी छात्रों को अगले दिन कोतवाली बुलाकर कड़ी हिदायत दी गई है। उनसे लिखित रूप से यह भी लिया गया है कि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा नहीं होगी।”
उन्होंने कहा कि इस तरह की अराजकता पूर्ण घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी और कॉलेज प्रशासन को छात्रों के अनुशासन की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
🔹 कॉलेज प्रबंधन ने बनाई पांच सदस्यीय जांच समिति
घटना की गंभीरता को देखते हुए कॉलेज की प्राचार्य डॉ. गीता जैन ने जांच के आदेश दिए हैं।
उन्होंने बताया —
“घटना की जांच के लिए प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नंदन सिंह बिष्ट की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। इस दौरान हॉस्टल में बाहरी लोगों की मौजूदगी की भी जांच होगी। सुरक्षाकर्मियों से भी जवाब तलब किया गया है।”
सूत्रों के मुताबिक, कॉलेज प्रशासन यह भी जांच कर रहा है कि क्या किसी बाहरी व्यक्ति ने छात्रों को पार्टी के लिए प्रोत्साहित किया था या हॉस्टल सुरक्षा में चूक हुई।
🔹 डॉक्टरों ने कॉलर पकड़े जाने पर जताया विरोध
हंगामे के दौरान स्थिति तब और बिगड़ गई जब एक डॉक्टर का कॉलर पकड़ लिया गया।
घटना से आहत मेडिकल अधिकारियों ने इसे शर्मनाक और अस्वीकार्य बताया है।
अस्पताल प्रशासन ने इस घटना के विरोध में सोमवार को काली पट्टी बांधकर ओपीडी में काम करने का फैसला लिया है।
“हम शांतिपूर्वक विरोध करेंगे। यह मेडिकल प्रोफेशन की गरिमा पर प्रहार है,” — अस्पताल प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा।
🔹 अनुशासन पर उठे सवाल
यह पहली बार नहीं है जब दून मेडिकल कॉलेज का हॉस्टल अनुशासनहीनता और पार्टी विवादों को लेकर चर्चा में आया है।
पिछले कुछ महीनों में कॉलेज परिसर में झगड़े, रैगिंग और शराब सेवन जैसी शिकायतें भी सामने आ चुकी हैं।
हालांकि कॉलेज प्रशासन हर बार अनुशासन सख्त करने का दावा करता है, लेकिन ऐसी घटनाएं दिखाती हैं कि आंतरिक व्यवस्था में खामियां बनी हुई हैं।
🔹 छात्रों की परीक्षा नजदीक, माहौल तनावपूर्ण
घटना ऐसे समय में हुई जब मेडिकल छात्रों की वार्षिक परीक्षा नजदीक है। कई छात्रों ने कहा कि वे पढ़ाई में ध्यान नहीं लगा पा रहे हैं क्योंकि हॉस्टल में देर रात तक पार्टी और शोर-शराबा आम बात बन चुकी है।
“हमने सिर्फ गाने बंद करने को कहा था, लेकिन उन्होंने गाली-गलौज शुरू कर दी। पुलिस के आने के बाद ही मामला शांत हुआ,” — एक छात्र ने बताया।