
मेरठ जिले के उलधन-पांची संपर्क मार्ग पर स्थित उलधन के श्मशान घाट में रविवार सुबह गोकशी की बड़ी घटना सामने आई। स्थानीय बच्चों ने सुबह क्रिकेट खेलने के लिए जब श्मशान घाट का दौरा किया, तो वहां आवारा कुत्तों के बीच गोवंश के अवशेष, रस्से और खून पड़े हुए पाए। बच्चों ने तुरंत यह जानकारी ग्रामीणों को दी, जिसके बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। घटना की सूचना पाते ही थाना पुलिस मौके पर पहुंची, साथ ही सीओ किठौर प्रमोद कुमार सिंह ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया।
मौके पर पहुंचकर पुलिस ने अवशेषों को बोरों में भरकर वाहन में लादवा दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने यह कार्रवाई भीड़ के आने से पहले की, जिससे मामला छिपाने का प्रयास प्रतीत होता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि श्मशान घाट में आठ अलग-अलग स्थानों पर पशुओं के अवशेष और आठ रस्से पाए गए। उनका कहना है कि यह घटना न केवल धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से चिंताजनक है, बल्कि सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए भी गंभीर संदेश देती है। ग्रामीणों ने पुलिस से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जाए।
सीओ प्रमोद कुमार सिंह ने मौके पर आकर जांच और त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आरोपियों को पकड़ने और कानून के तहत कार्रवाई करने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। इस मामले ने इलाके में गहरी चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि श्मशान घाट जैसी पवित्र जगह पर इस प्रकार की घटना न केवल सामाजिक तनाव पैदा करती है, बल्कि धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुँचाती है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ मामले की जांच कर रहे हैं।
पुलिस जांच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि अवशेषों को श्मशान घाट तक कौन लाया और गोकशी की घटना किस उद्देश्य से अंजाम दी गई। ग्रामीण और स्थानीय संगठन भी इस मामले पर निगरानी रख रहे हैं और दोषियों की पहचान तथा कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।