
ऋषिकेश | ऋषिकेश में मिस ऋषिकेश प्रतियोगिता के ऑडिशन के दौरान शनिवार को जमकर हंगामा हो गया। हिंदू रक्षा संगठन के सदस्यों ने इसे भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताते हुए विरोध किया। विवाद बढ़ता देख आयोजकों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। जानकारी के अनुसार, देहरादून रोड स्थित एक होटल में दिवाली मेले की तैयारी के तहत फैशन शो के ऑडिशन चल रहे थे। ऑडिशन में कई युवतियां वेस्टर्न परिधानों में रैंप वॉक कर रही थीं और मंच पर मॉडल्स अपनी प्रतिभा दिखा रही थीं। इसी बीच हिंदू रक्षा संगठन के कुछ कार्यकर्ता होटल में पहुंच गए और आयोजन का विरोध करने लगे।
उन्होंने इस कार्यक्रम को “संस्कृति और परंपराओं के खिलाफ” बताया और तुरंत रोकने की मांग की। दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। कुछ ही देर में माहौल तनावपूर्ण हो गया और होटल परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
पुलिस ने पहुंचकर कराया शांत
विवाद बढ़ता देख आयोजकों ने पुलिस को सूचना दी। कोतवाली पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझाकर विवाद को शांत कराया। पुलिस ने आयोजकों को कार्यक्रम की अनुमति और शर्तों का पालन करने की हिदायत दी।
दोनों पक्षों के तर्क अलग-अलग
हिंदू रक्षा संगठन के अध्यक्ष राघवेंद्र ने कहा कि ऋषिकेश एक तीर्थनगरी है, जहां छोटे कपड़ों में युवतियों का रैंप वॉक करवाना हमारी संस्कृति और परंपराओं के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से धार्मिक शहर की मर्यादा भंग होती है।
वहीं क्लब अध्यक्ष पंकज चंदानी ने इस विरोध को “आधारहीन” बताया। उनका कहना था कि यह सिर्फ एक फैशन शो का ऑडिशन था, जिसका मकसद दिवाली मेले के दौरान युवाओं को मंच देना है।
अभ्यर्थियों ने जताई नाराजगी
ऑडिशन में आईं कई युवतियों ने कहा कि उनके अभिभावकों को इस आयोजन से कोई आपत्ति नहीं है, फिर दूसरों को दिक्कत क्यों है। एक प्रतिभागी ने कहा कि यह कला और आत्मविश्वास दिखाने का माध्यम है, न कि संस्कृति पर हमला।
तीर्थनगरी में बार-बार उठता सवाल
यह पहली बार नहीं है जब ऋषिकेश में आधुनिक आयोजनों को लेकर विवाद खड़ा हुआ हो। इससे पहले भी संगीत और डांस इवेंट्स को लेकर धार्मिक संगठनों ने विरोध जताया था। शहर की धार्मिक पहचान और आधुनिक आयोजनों के बीच यह टकराव अब बार-बार सामने आने लगा है।