
रुदपुर। बीते मंगलवार रात कॉलेज के बाहर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने पूर्व छात्रसंघ सचिव सचिन गंगवार के घर दबिश दी। जब वह मौके पर नहीं पाए गए, तो पुलिस ने उनकी गर्भवती पत्नी और पिता को पूछताछ के लिए कोतवाली ले गई। इस कार्रवाई की जानकारी मिलने के बाद छात्रनेताओं में आक्रोश फैल गया और रात करीब दो बजे कई छात्रनेता कोतवाली पहुंचे। छात्रसंघ अध्यक्ष रजत बिष्ट और सचिव जसवंत सिंह की अगुवाई में छात्रनेताओं ने दोनों को छोड़ने की मांग की।
धरने के दौरान स्थिति गरमाई। कोतवाल मनोज रतूड़ी ने छात्रनेताओं को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन जब वे नहीं माने तो उन्होंने छात्रसंघ अध्यक्ष को जबरन उठाने की कोशिश की। इस दौरान दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की हुई और कोतवाल एक वीडियो में छात्रसंघ अध्यक्ष की गर्दन पकड़कर धक्का मारते हुए दिखाई दिए। हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने बुधवार सुबह पूर्व छात्रसंघ सचिव की पत्नी को छोड़ दिया, जिसके बाद छात्रनेता धरना समाप्त कर शांत हुए। इस मौके पर उपाध्यक्ष चेतन भट्ट, कोषाध्यक्ष मोहन कोली, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अंग्रेज सिंह, गोपाल पटेल और गिरीश पाल भी मौजूद रहे।
इस मामले की पृष्ठभूमि यह है कि 24 सितंबर को कॉलेज के बाहर नामांकन के दौरान फायरिंग हुई थी। पुलिस ने गैंगस्टर गगन रतनपुरिया को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। अब तक इस मामले में चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि 11 नामजद आरोपी फरार हैं। छात्रनेताओं का आरोप है कि पुलिस असली आरोपियों को पकड़ने के बजाय निर्दोष पर कार्रवाई कर रही है। छात्रसंघ अध्यक्ष रजत बिष्ट और सचिव जसवंत सिंह ने बताया कि घटना के दिन सचिन गंगवार मौके पर नहीं थे, फिर भी पुलिस उन्हें जबरन इस मामले में घसीटना चाहती है। धरने पर छात्रों ने पुलिस के खिलाफ “मुर्दाबाद” के नारे लगाए।
रुदपुर कोतवाली पर देर रात तक धरना चलता रहा और सुबह अन्य छात्रों ने भी समर्थन के लिए पहुंचकर स्थिति को और गंभीर बना दिया। पुलिस ने पूर्व छात्रसंघ सचिव के परिजनों को पूछताछ के लिए लाया था। कोतवाली के अधिकारी प्रशांत कुमार ने बताया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। फायरिंग और अराजकता करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि हर बात के लिए धरना देना गलत है और आरोपियों की तलाश जारी है।
इस घटना ने छात्रों और पुलिस के बीच तनाव को बढ़ा दिया और सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल होने के बाद चर्चा का विषय बन गया।