
देहरादून। सोमवार शाम को सोशल मीडिया पर पैगंबर मोहम्मद के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के विरोध में बाजार चौकी पर हंगामा और उपद्रव की घटना सामने आई। प्रारंभ में शिकायत लेकर आए कुछ लोग ही थे, लेकिन देखते ही देखते लालपुल से लेकर निरंजनपुर सब्जी मंडी के चौराहे तक लगभग 300 से अधिक लोग जमा हो गए। भीड़ की संख्या इतनी बढ़ गई कि आसपास के रास्तों पर लंबा जाम लग गया और इलाके में तनाव फैल गया।
घटना के दौरान एक गंभीर और हैरान करने वाली घटना भी सामने आई। भीड़ में शामिल एक नाबालिग हाथ में धारदार हथियार लेकर किसी घर में घुस गया और धार्मिक नारे लगाते हुए वहां एक व्यक्ति पर हमला करने का प्रयास किया। इस दौरान दो पुलिसकर्मी उस पर काबू पाने की कोशिश कर रहे थे। नाबालिग ने भागने की कोशिश की, जिसमें एक पुलिसकर्मी की हथेली में चोट आई। पुलिस ने उसके साथी नाबालिग को पकड़कर चौकी में पूछताछ की।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने स्थिति का आकलन किया और आवश्यकता अनुसार हल्का बल प्रयोग किया। वरिष्ठ अधिकारियों ने आदेश दिया कि स्थिति को संभालने के लिए भीड़ पर नियंत्रण बनाया जाए। भीड़ में आसपास के मुस्लिम बहुल इलाकों से बड़ी संख्या में युवा और नाबालिग शामिल हो गए थे, जिससे स्थिति और संवेदनशील हो गई।
इस उपद्रव और हंगामे के दौरान पुलिस ने लगातार लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया और आसपास के थानों से अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कराया। देर रात तक पुलिस गाड़ियों ने सायरन बजाकर लोगों को चेतावनी दी कि बेवजह सड़क पर जमावड़ा न करें और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग दें।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित किया गया है और मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरी घटना की जांच की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि जिन लोगों ने हिंसा और उपद्रव फैलाया, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना देहरादून में सामाजिक और धार्मिक सद्भाव बनाए रखने की चुनौती को उजागर करती है। प्रशासन ने तुरंत हस्तक्षेप किया और हिंसा को फैलने से रोका। स्थानीय लोग और व्यापारियों ने भीड़ के कारण हुई बाधाओं और तनाव पर चिंता जताई, लेकिन पुलिस और वरिष्ठ अधिकारियों की सक्रिय कार्रवाई से स्थिति नियंत्रण में लाई जा सकी।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि सोशल मीडिया पर अपत्तिजनक टिप्पणियों और अफवाहों के चलते छोटी घटनाएं भी बड़े तनाव और हिंसक घटनाओं का रूप ले सकती हैं। प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे शांत रहें, किसी भी तरह के हिंसक आंदोलन में शामिल न हों और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करें।