
गजरौला | अमरोहा जिले में राजकीय संप्रेक्षण गृह मुरादाबाद में एक बाल अपचारी के साथ मारपीट और धमकाने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। जेल अधीक्षक मुकेश चौधरी समेत पांच नामजद और 8-9 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह कार्रवाई किशोर न्याय बोर्ड अमरोहा के आदेश पर गजरौला पुलिस ने की।
बाल अपचारी ने मां और अधिवक्ता को बताई घटना
पीड़ित बाल अपचारी ने अपनी मां और अधिवक्ता से मुलाकात के दौरान बताया कि जेल अधीक्षक और कर्मचारियों ने उसके साथ मारपीट की और उसे धमकाया। चोट के निशान उसके चेहरे पर स्पष्ट दिखाई दे रहे थे।
इस घटना के अगले दिन, बाल अपचारी की मां और अधिवक्ता ने किशोर न्याय बोर्ड अमरोहा को शिकायत पत्र सौंपा। प्रधान मजिस्ट्रेट एश्वर्या चंद्रा ने मामले को गंभीरता से लिया और बाल अपचारी की मेडिकल रिपोर्ट तलब की। इसके आधार पर जिला प्रोवेशन अधिकारी को जांच सौंपते हुए दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए।
पीड़ित को सुरक्षित सुधार गृह में स्थानांतरित किया गया
जाँच और सुरक्षा के मद्देनज़र डीएम अमरोहा ने आदेश दिया कि बाल अपचारी को मुरादाबाद से किसी अन्य सुरक्षित सुधार गृह में स्थानांतरित किया जाए। इसके बाद पीड़ित को मेरठ भेज दिया गया।
एफआईआर और आरोपी
अपर पुलिस अधीक्षक अखिलेश भदोरिया ने बताया कि जेल अधीक्षक मुकेश चौधरी, आदित्य, विशेष, पंकज, प्रमोद और 8-9 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामले की जांच जारी है और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दर्ज धाराएँ
सीओ अंजलि कटारिया ने बताया कि मामले में किशोर न्याय अधिनियम की धारा 75, बीएनएस की धारा 115(2), 191(2), 351(2), 352 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
कुल मिलाकर, यह मामला बाल सुधार गृह में सुरक्षा और कर्मचारियों के कर्तव्यों की उपेक्षा की गंभीरता को उजागर करता है। पुलिस और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से अब मामले की जांच शुरू हो चुकी है।
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