
ऊधम सिंह नगर। तराई में दमदार नेता की छवि रखने वाले किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ फिर से आक्रामक तेवर अपनाए हुए हैं। सोमवार दोपहर में प्रीपेड मीटर तोड़कर सत्ता को चुनौती देने के बाद बेहड़ ने शाम को पार्टी की समीक्षा बैठक में अपने ही नेताओं को आड़े हाथों ले डाला। वे जितना सरकार पर गरजे, उतना ही अपने नेताओं पर उनका गुस्सा फूटा था। उन्होंने महानगर से लेकर प्रदेश तक नेतृत्व में बदलाव की मांग कर डाली। बेहड़ सिर्फ सत्ता को नहीं ललकार रहे बल्कि अपने संगठन के नेताओं को भी खुलकर चुनौती दे रहे हैं। बेहड़ के आक्रामक तेवर ने विपक्ष और पार्टी में ही उनके विरोधियों में हलचल पैदा कर दी है।
किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ की गिनती तराई के आक्रामक नेताओं में रही है। बदली राजनीतिक परिस्थितियों में तेवर नरम पड़े थे। दस साल राजनीतिक वनवास के बाद किच्छा से विधायक बने तो कई जनहित के मुद्दों पर हुंकार भरी। इधर निकाय चुनाव में स्मार्ट मीटर का मुद्दा आक्रामक ढंग से उठाया और संगठन से भी स्मार्ट मीटर की खिलाफत करने का आह्वान किया था। चुनाव में हार के बावजूद बेहड़ ने न सिर्फ मीटर का मुद्दा गरमाए रखा बल्कि सोमवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में मीटर लगाने वालों का मुखर विरोध कर मीटर तोड़ डाला। उनके तेवरों के बाद न सिर्फ तराई के खटीमा और बाजपुर बल्कि रामनगर में कांग्रेस ने स्मार्ट मीटर का विरोध जताया।
एकाएक बेहड़ की आक्रामक राजनीति कर उन्होंने भविष्य को लेकर तमाम इशारे कर दिए। बेहड़ का कहना है कि लगातार जनता के मुद्दों पर अधिकारी उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं। स्मार्ट मीटर गरीबों के घरों में डरा धमकाकर लगाने की कोशिश हो रही थी, जिसका विरोध किया गया। वे जनहित में मुकदमे और जेल जाने से नहीं डरते हैं। जहां तक संगठन में विरोध की बात है तो वे हमेशा गलत का विरोध करते रहे हैं। ये विरोध आगे भी जारी रहेगा।
प्रीपेड मीटर को लेकर विधायक बेहड़ की हुंकार का पूर्व सीएम हरीश रावत ने समर्थन किया है। उन्होंने बेहड़ के समर्थन में सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट लिखा है। इसमें कहा है, ”बकअप- तिलकराज- बकअप ! यही तेवर विपक्ष को सत्ता में लाते हैं। प्रीपेड मीटर उत्तराखंड की जनता का बोझ बढ़ाएगा और शोषण करेगा। जेल जाओगे तो मुझे याद करना। मैं भी तीर्थ यात्रा करना चाहूंगा”। हरदा के अलावा कई कांग्रेस के नेताओं ने बेहड़ के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट की हैं।
किच्छा के शंकर फार्म में हुई घटना के बाद ऊर्जा निगम भी हरकत में आया है। निगम के विद्युत परीक्षण खंड रुद्रपुर के अधिशासी अभियंता ने एसएसपी कार्यालय में दी तहरीर में कहा है कि अडानी एनजी सॉल्यूशन की ओर से उपभोक्ताओं के परिसरों में स्मार्ट मीटर लगाने का काम किया जा रहा है। इस कंपनी के लोगों ने उनके मोबाइल पर व्हाट्सएप से अवगत कराया कि 10 फरवरी को उनके कार्मिकाें से शंकर फार्म में कुछ अज्ञात लोगों ने स्मार्ट मीटरों को लेकर उनको तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया। कंपनी के कार्मिकों से दुर्व्यवहार किया गया। इससे क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य पूरी तरह से बाधित हो गया है। इससे विभागीय कार्य में बाधा पैदा की गई है। उन्होंने मामले में कार्रवाई की मांग की है। इधर एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि एसओ पुलभट्टा को ऊर्जा निगम की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्र की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।