हल्द्वानी। हल्द्वानी के रामपुर रोड स्थित किशनपुर घुड़दौड़ा के निकट बुधवार रात हुए हादसे ने हर किसी को हैरत में डाल दिया। अनियंत्रित एसयूवी (कार) ने स्कूटी सवार सागर नेगी को रौंदते हुए कई दशक पुराने मजबूत पेड़ को भी उखाड़ दिया। टक्कर से कार की स्टेपनी और एक पहिया अलग हो गया। इन दोनों में से एक पहिया पेड़ पर लटक गया और दूसरा खेत में जाकर गिरा। हादसे की एक वजह यह भी रही कि इस रोड पर स्ट्रीट लाइट नहीं है। ऐसे में पता ही नहीं चल रहा कि इन हादसों पर कब ब्रेक लगेगा।
आर्किटेक्ट का काम करने वाले सागर नेगी अपनी स्कूटी की डिकी में एक कॉपी लेकर निकले थे। नक्शे व अन्य डिजाइन की डिटेल उसमें दर्ज थी। उन्हें नहीं पता था कि रामपुर रोड पर मौत ही उनका इंतजार कर रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मुख्य मार्ग पर सड़क पार करने के लिए जैसे ही वाहन आगे बढ़ा तभी 100 से 120 की स्पीड से आ रहे कार ने उन्हें टक्कर मार दी। जब वह वाहन में फंसे तो चालक का कार पर नियंत्रण ही नहीं रहा। कार लहराई तो आसपास खड़े आधा दर्जन लोग खेतों की ओर कूद पड़े। महज तीन सेकेंड के अंदर ही 150 मीटर की दूरी तय कर एक्सयूवी उड़ गई। उड़ती एक्सयूवी के अगले हिस्से में फंसी स्कूटी व सागर दोनों दूर गिरे। उनके गिरते ही वाहन ने पेड़ को टक्कर मारी और पलट गई। वाहन का बंपर 20 मीटर दूर, स्टेपनी पेड़ पर, अगला एक पहिया खेतों में जा पहुंचा। स्कूटी भी इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई कि उसकी नंबर प्लेट ही बची। हादसे से महज एक साल की मासूम बच्ची के सिर से पिता सागर नेगी का साया उठ गया।
एक्सयूवी की जलती लाइट और खुले दोनों एयरबैग हादसा को बयां कर रहे थे। क्रिकेट का बल्ला, चादर, कंबल, किसी मंदिर का प्रसाद और एक फोन प्रो नाम का मोबाइल का डिब्बा वाहन के अंदर बिखरा पड़ा था। जनरल स्टोर स्वामी सोबन सिंह नेगी ने बताया कि उनकी दुकान का टिनशेड उड़ा दिया। बिजली का मीटर तो ऐसा टूटा है कि पूरी की पूरी लाइन ही खत्म हो गई। कइ घरों के डिश लाइन के तार तक उखड़ गए। यह गनीमत थी कि हाईटेशन लाइन का पोल बच गया नहीं तो वह टकराता तो तार में दौड़ रही बिजली से कई जान चली जाती।
नाबालिग चालक शहर के आरटीओ रोड मंगल विहार में अस्थायी रूप से रह रहा है। उसकी उम्र 17 साल है और वह महाराष्ट्र के नागपुर के यशोधरा थाना क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला है। एक्सयूवी पूर्वी दिल्ली के शकूरपुर सुंदर के बी ब्लाक के पते पर किसी महिला के नाम रजिस्टर्ड है। दिसंबर 2017 को रजिस्टर्ड कराई गई इस गाड़ी का चालान भी कट चुका है। एक ही चालान 34700 रुपये का है, हालांकि यह राशि जमा की जा चुकी है। नाबालिग चालक के पास कोई कागजात नहीं था। डीएल का तो सवाल ही नहीं बनता।