ऊधमसिंह नगर। बाबा तरसेम सिंह की हत्या का मुख्य आरोपी अमरजीत सिंह ने पुलिस से बचने के लिए यूपी से पंजाब तक कई ठिकाने तो बदले मगर बाइक का सहारा नहीं छोड़ा। बिना नंबर की बाइक की मदद से वह हत्या कर फरार हुआ और इसी बाइक से भागते समय वह एनकाउंटर में मारा गया।
बाबा तरसेम सिंह की हत्या के बाद अमरजीत सिंह और उसका साथी सर्बजीत सिंह बाइक से फरार हो गए थे। दोनों बदमाश पीलीभीत होते हुए शाहजहांपुर में पनाहगारों के पास पहुंचे थे। इसके बाद वे पुलिस से बचने के लिए ठिकाने बदलते रहे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार अमरजीत सिंह को बाइक ही प्रिय थी। इसी बाइक से वह यूपी के कईं हिस्सों से होता हुआ पंजाब भी गया था लेकिन ऊधमसिंह नगर पुलिस की पंजाब में अति सक्रियता के चलते उसे पंजाब छोड़ना पड़ा था। माना जा रहा है कि वह हरिद्वार से मुरादाबाद की ओर सुरक्षित जगह जा रहा था और सटीक मुखबिरी के चलते एनकाउंटर में मारा गया। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो सका है कि उसके साथ बाइक पर फरार होने वाला दूसरा व्यक्ति कौन था। पुलिस टीम पूरे रूट पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही हैं ताकि फरार व्यक्ति की पहचान हो सके।
हरिद्वार जिले में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया अमरजीत सिंह एक लाख रुपये का इनामी बदमाश था। 28 मार्च 2024 को नानकमत्ता में बाबा तरसेम सिंह की हत्या के बाद फरार दोनों शार्प शूटर यूपी के बिलासपुर निवासी अमरजीत सिंह और पंजाब के तरनतारन निवासी सर्बजीत सिंह पर 25-25 रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इसके बाद दोनों पर इनाम की राशि बढ़ाकर 50-50 हजार रुपये कर दिया गया था। वर्तमान में दोनों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था।
बाबा तरसेम सिंह की हत्या के बाद पुलिस हिल गई थी। हत्याकांड के बाद मौके पर एक बड़े पुलिस अधिकारी की 12 सेकंड की वीडियो चर्चा में रही थी और इस वीडियो ने एनकाउंटर के संकेत दे दिए थे। वीडियो में अफसर किसी से फोन पर वार्ता कर रहे थे और वह एनकाउंटर की ओर से इशारा करते हुए सुने गए। हालांकि उनको वीडियो बनाए जाने की जैसे ही जानकारी हुई तो उन्होंने वीडियो रिकार्डिंग को बंद करा दिया था।