देहरादून। कड़वा पानी आश्रम में तोड़फोड़ और मारपीट करने के आरोप में सामाजिक कार्यकर्ता राधा सेमवाल धोनी और उनके एक साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में एक मुकदमा पुलिस की ओर से और दूसरा मुकदमा आश्रम संचालक की शिकायत पर धोनी और उसके साथियों पर दर्ज हुआ है। जबकि, एक मुकदमा राधा धोनी की शिकायत पर भी आश्रम संचालकों के खिलाफ दर्ज हुआ। आरोप है कि आश्रम में बनी गौशाला में पशुओं से बर्बरता की जाती है। पुलिस ने तीनों मुकदमों में जांच शुरू कर दी है।
मुकदमा : 1
घटना शुक्रवार दोपहर की है। एसएचओ पटेलनगर को सूचना मिली थी कि कड़वा पानी स्थित हरिओम आश्रम की गौशाला में कुछ लोग बवाल कर रहे हैं। पता चला कि वहां पर राधा सेमवाल धोनी अपने कुछ साथियों के साथ पहुंची थी। इसके बाद वहां पशुओं की वीडियो बनाई जाने लगी। इसका वहां के लोगों ने विरोध किया तो राधा धोनी के साथ गए साथियों ने वाहन आदि तोड़ डाले। आरोप लगाया कि राधा धोनी इन वीडियो को सोशल मीडिया पर प्रसारित करती हैं जिससे लोग भड़क उठते हैं।
मौके पर जाकर पता चला कि वहां राधा धोनी के साथी लाठी डंडों से लैस होकर आश्रम में तोड़फोड़ कर रहे थे। पुलिस ने भी उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन लोग शांत नहीं हुए। इस पर उनके खिलाफ बलवा, मारपीट तोड़फोड़ के आरोप में मुकदमा दर्ज कर राधा धोनी निवासी मोहब्बेवाला और मोहित बड़ब्वाल निवासी क्लेमेंटटाउन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मुकदमा : 2
राधा धोनी और उसके साथियों के खिलाफ दूसरा मुकदमा हरिओम आश्रम की सुनीता कांबोज ने दर्ज कराया है। सुनीता कांबोज का कहना है कि राधा धोनी शुक्रवार को हरिओम आश्रम आई थी। यहां पर उन्होंने कर्मचारियों से मारपीट की और गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। यहां पर खड़े वाहनों को भी तोड़ दिया। आरोप यह भी है कि राधा धोनी ने आश्रम संचालक से कुछ दिन पहले एक लाख रुपये भी मांगे थे। महंत ने जब पैसा नहीं दिया तो वह अंजाम भुगतने की धमकी दे रही थी। इस आरोप में पुलिस ने रंगदारी और बलवे का मुकदमा राधा धोनी व अन्य के खिलाफ दर्ज किया है।
मुकदमा : 3
इस मामले में राधा धोनी ने भी पुलिस को शिकायत की है। राधा का आरोप है कि आश्रम में रखे गए गोवंश के पशुओं के साथ संचालक बर्बरता करते हैं। इस संबंध में जब कर्मचारियों से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। आरोप है कि राधा धोनी के वाहनों को भी तोड़ डाला। इस पर पुलिस ने आश्रम के संचालक और अन्य के खिलाफ उत्तराखंड गौवंश संरक्षण अधिनियम और मारपीट व तोड़फोड़ के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
सामाजिक कार्य की आड़ में माहौल खराब करने वाले लोगों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में तोड़फोड़ करने के आरोप में तीन मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस को गंभीरता से जांच करने के आदेश दिए गए हैं।
-अजय सिंह, एसएसपी देहरादून