संपूर्णानगर (लखीमपुर खीरी)। हाथ की हड्डी टूटने पर आयुष्मान कार्ड के जरिये इलाज कराने के बहाने लखनऊ ले जाकर पेट का ऑपरेशन कर दिया गया। इससे मरीज की मौत हो गई। शव घर पहुंचा तो पेट पर चीरा देख परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर हंगामा किया। किडनी चोरी का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने समझाकर उन्हें शांत किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
परिजनों ने पास के गांव के दो युवकों के खिलाफ नामजद तहरीर दी है लेकिन रिपोर्ट देर रात तक दर्ज नहीं की गई। सुमेरनगर गांव निवासी राजेश ने बताया कि कुछ माह पहले उनके पिता मोहन का हाथ की हड्डी टूट गई थी। इलाके के विशेनपुरी निवासी दो युवकों ने आयुष्मान कार्ड से इलाज का झांसा दिया। उनके कहने पर 19 जनवरी को वह अपने पिता को लखनऊ के एक प्राइवेट अस्पताल में ले गए और इलाज के लिए भर्ती कराया।
आरोप है कि डॉक्टर ने हाथ का इलाज के बहाने उनका पेट चीर दिया, जिससे रविवार को पिता की मौत हो गई। रविवार को ही जब शव घर लाया गया तो पेट पर चीरे का निशान दिखा। परिजनों ने हंगामा करते हुए विशेनपुरी निवासी उक्त दो युवकों पर अस्पताल से मिलीभगत कर आयुष्मान कार्ड से रुपये निकाल लेने और शरीर के अंगों की खरीद फरोख्त करने का आरोप लगाया। ग्रामीणों का आरोप है कि दोनों आरोपी गांव के तीन लोगों को उक्त अस्पताल में ले जा चुके हैं और सभी की मौत हो चुकी है।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझाकर शांत किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। थाना प्रभारी मनबोध तिवारी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। परिजनों ने विशेनपुरी के दो युवकों के खिलाफ नामजद तहरीर दी है। दोनों से पूछताछ की जाएगी।