काशीपुर। काशीपुर की शहर कोतवाली में पंजीकृत हिस्ट्रीशीटर जुनैद को शनिवार की देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लग गई। सूचना पर पहुंची पुलिस को मामला ढेला नदी के पुल के पास का बताया गया लेकिन जब पुलिस घायल के घर की तलाशी लेने पहुंची तो वहां से एक देसी तमंचा और प्रयोग किया गया खोखा बरामद हुआ। इस आधार पर पुलिस मामले को फर्जी बता रही है। मौके पर पहुंचे एसपी अभय प्रताप सिंह ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार मोहल्ला अल्ली खां निवासी जुनैद अहमद को रात करीब दस बजे परिजन सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे। जुनैद अहमद के कंधे के पास गोली लगी थी। जुनैद और उसके परिजनों का कहना है कि वह रात करीब पौने दस बजे ढेला नदी के पुल के पास से होते हुए घर की ओर आ रहा था तभी बाइक सवार दो नकाबपोश लोग आए। उनमें से एक ने तमंचे से उसे गोली मार दी और फरार हो गए। गंभीर हालत में परिजन उसे सरकारी अस्पताल ले गए जहां से चिकित्सकों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया।
सूचना पर कोतवाली पुलिस और एसपी अभय प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। पुलिस के अनुसार घायल जुनैद काशीपुर कोतवाली का पंजीकृत हिस्ट्रीशीटर है। उसके ऊपर पुलिस कर्मियों पर हमला करने सहित कई मुकदमे उत्तराखंड और यूपी के थानों में दर्ज हैं। परिजनों ने बताया कि जुनैद बारबर का काम करता है लेकिन कुछ दिन पहले सड़क दुर्घटना में घायल होने के कारण आजकल वह काम नहीं कर पा रहा है।
एसपी अभय प्रताप सिंह ने मामले की गहराई से जांच के आदेश दिए जिस पर पुलिस ने जुनैद के घर जाकर तलाशी ली। पुलिस के अनुसार उसके घर से एक देसी तमंचा और उसमें प्रयुक्त किए गए कुछ खोखे बरामद हुए हैं। इस आधार पर पुलिस मामले को संदिग्ध मानकर चल रही है। पुलिस ने देर रात हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए चेकिंग अभियान चलाया लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पाया है। कोतवाली प्रभारी मनोज रतुड़ी ने बताया कि अभी कोई तहरीर नहीं मिली है।
प्रथमदृश्टया मामला संदिग्ध लग रहा है फिर भी सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। कथित हमलावरों की तलाश के भी आदेश दिए गए हैं। इस संभावनाओं पर भी जांच की जा रही है कि मामले को कोई दूसरा रंग दिए जाने के कारण कहीं खुद पर ही तो हमला नहीं किया गया।
– अभय प्रताप सिंह, एसपी, काशीपुर