देहरादून। परिवार चाहता था कि बेटा एकेडमिक फील्ड में अपना कॅरियर बनाए, लेकिन बेटे के मन में एक्टर बनने की इच्छा घर कर गई थी। फिर क्या परिवार के सपने को भी साकार किया और अपने सपने को भी जिंदा रखा। जी हां हम बात कर रहे हैं अभिनेता ईशान अनुअन सिंह की। 15 से अधिक शार्ट फिल्म और वेब सीरीज कर चुके ईशान हाल ही में टीवीएफ की वेब सीरीज ‘सपने वर्सेज एवरीवन’ में दिखाई देंगे। इसके बाद उनकी एक और ‘माली’ भी रिलीज होगी।
आपके पिता चाहते थे कि आप भी उनकी तरह ही एकेडमिक फील्ड में जाएं, लेकिन आप अभिनेता बन गए। यह सब कैसे हुआ?
मेरे नाना और पिता आईआईटियंस और दादा डीएवी कालेज में प्रिंसिपल थे, ऐसे में सभी चाहते थे कि मैं भी एकेडमिक फील्ड में जाऊं। लेकिन, मुझे एक्टिंग के फील्ड में जाना था। बचपन से ही मैं चाहता था कि मैं एक्टिंग करूं। हालांकि मैने इंजीनियरिंग में एडमिशन लिया, लेकिन मेरा फोकस एक्टिंग के क्षेत्र में ही था।
आप देहरादून से हैं। ऐसे में मुंबई जाकर कॅरियर तलाशना, आपके लिए कितना मुश्किल था?
मेरा जन्म देहरादून में ही हुआ। यहीं से मेरी एजुकेशन हुई। सेंट जोसेफ स्कूल से मेरी एजुकेशन हुई। परिवार में सब चाहते थे कि मुझे आईआईटी करनी हैं। मैने जेपी इंस्टीट्यूट नोएडा में एडमिशन भी लिया। पर, मन मैं एक्टर बनने की इच्छा घर कर गई थी, इसलिए हार नहीं मानी। एक तरफ इंजीनियरिंग चल रही थी तो दूसरी तरफ एक्टिंग के फील्ड में कैसे एंट्री मिले, यह प्रयास चल रहे थे।
कब मन में यह ख्याल आया कि एक्टर बनना है?
मैं बचपन में जब अपनी नानी के साथ फिल्म देखने जाता था तो बस यही सोचता था कि काश मैं भी इस टीवी के अंदर चले जाता। काश मैं भी इनकी तरह ही एक्टिंग करता। बस यहीं ख्याल मेरे दिल और दिमाग में घर कर गया। स्कूल में पढ़ाई के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने लगा। सभी को यह अच्छा भी लगता था। अच्छे काम पर तारीफ भी मिलती थी। फिर इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान जब घर से बाहर निकला तो एक्टिंग के फील्ड में भी करियर तलाशने लगा।
आपको सबसे पहले कब मौका मिला और इसे लोगों ने कितना पसंद किया?
कहते हैं न कि यदि आप सच्चे मन और लगने से कुछ कर रहे हो तो सफलता जरूर मिलती है। मुझे सबसे पहले वेब सीरीज ‘द रेबिट हॉल’ में काम करने का मौका मिला। हालांकि कुछ परिस्थितियां ऐसी बनीं कि यह वेब सीरीज रिलीज नहीं हो पाई। इसके बाद मुझे एक इंटरनेशनल प्रोजेक्ट पर काम करने का मौका मिला। यूएसए और यूके में अमेजन प्राइम में ‘एकेलिप्स’ में काम किया। जिसे लोगों ने काफी पसंद भी किया। इसके बाद फिल्म ‘मैराकी’ में एक राइटर का किरदार भी निभाया। इसके बाद मुझे पहचान मिलने लगी। इसके बाद फिल्म ‘शून्य से शुरुआत’ में काम किया। इसे भी दर्शकों का काफी प्यार मिला। उम्मीद करता हूं मेरी आने वाली फिल्म ‘माली’ पर दर्शक ऐसा ही प्यार लुटाएंगे।
एक्टिंग में कॅरियर बनाते समय काफी उतार-चढ़ाव आते हैं। ऐसे में क्या आपने सोचा कि यदि मैं यहां सफल नहीं हो पाऊंगा तो क्या करुंगा?
बिल्कुल। (हंसते हुए) यह बहुत जरूरी है। मैं इंजीनियर भी हूं। कई कंपनियों में काम भी किया है। वर्तमान में मैं एक कंपनी में सीनियर मैनेजर हूं। मैं फाइनेंसियल इंडिपेंडेट रह सकूं, इसके लिए मैं यह जाब कर रहा हूं। कॅरियर धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। जब मैं फिल्म ‘फुकरे रिटर्न’ में काम कर रहा था तो मैं इस कंपनी में काम कर रहा था। दोपहर में फिल्म के सेट में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम करता था और रात में कंपनी का काम निपटाता था।
आपका नाम ईशान अनुअन सिंह है। इस नाम के पीछे का क्या राज है?
ईशान अनुअन सिंह। मेरे मिडिल नेम अनुअन दरअसल मेरे माता और पिता का आशीर्वाद है। मेरी मां अनुपमा और पिता अनिल, दोनों के नाम के पहले दो अक्षरों को जोड़कर यह नाम बनाया गया है। दरअसल, मैं आज जो कुछ भी हूं, इन्हीं की बदौलत हूं। इसलिए मैने यह निर्णय लिया।