गरुड़ (बागेश्वर)। उत्तरकाशी के सिलक्यारा में सात दिन से सुरंग में फंसे श्रमिकों को अभी तक सुरंग से बाहर न निकाल पाने पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने केंद्र और प्रदेश सरकार की विफलता के खिलाफ ऐतिहासिक गांधी चबूतरे पर केंद्र और प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। यहां उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार की नाकामी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सभा को संबाेधित करते हुए पहाड़ बचाओ आंदोलन के प्रमुख भुवन पाठक ने कहा कि सुरंग के अंदर सात दिन से फंसे 40 श्रमिकों बाहर न निकाल पाना सरकार की विफलता का परिणाम है। फंसे श्रमिकों के परिजनों का रो-रोकर हाल बुरा हो गया है। सरकार फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के प्रति गंभीर होती तो दो दिन के अंदर बाहर निकाल लेती। वक्ताओं ने कहा सरकार शीघ्र श्रमिकों को बाहर नहीं निकाल पाई तो कांग्रेस प्रदेश में आंदोलन शुरु करने को मजबूर होगी।
सभा को पूर्व राज्य मंत्री गोपाल दत्त भट्ट, लक्ष्मण राम आर्या, गिरीश कोरंगा, रवि शंकर बिष्ट पूर्व प्रमुख भरत फस्र्वाण, प्रकाश कोहली, सुंदर बरोलिया, हरीश भट्ट, भोला दत्त तिवारी, कैलाश पवार, बसंत नेगी, विपिन जोशी, संजय आदि ने संबोधित किया। सभा के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन तहसीलदार गरुड़ को सौंपा।
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने सिलक्यारा सुरंग की घटना पर संबंधित कंपनी के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि सुरंग में सात दिनों से फंसे श्रमिकों को अब तक सुरक्षित नहीं निकाला जा सका है जो पूरे सरकारी तंत्र की विफलता है। कहा कि हिमालयी राज्य में विकास के नाम पर पूंजीपतियों, छोटी बड़ी कंपनियों को मनमानी की छूट मिल रही है, इसकी मार आम लोग सह रहे हैं।