कानपुर। कानपुर में कुशाग्र हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस को ऐसे साक्ष्य मिले हैं, जिससे साफ है कि प्रकरण में रचिता और शिवा की भी बराबर की भागीदारी रही है। हाते के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालने पर पुलिस को पता चला कि जिस वक्त कुशाग्र की हत्या की गई, उस वक्त तीनों आरोपी एक ही परिसर में थे।
पुलिस ने जब हाते के बाहर लगे फुटेज को खंगाला, तो नजर आया कि प्रभात स्कूटी से कुशाग्र को अपने साथ लेकर हाते पहुंचा था। वह कुशाग्र को साथ लेकर अपने कमरे में चल गया। इस कमरे में प्रभात कुशाग्र के साथ करीब आधे घंटे तक रहा। इसके बाद वह कमरे से अकेला बाहर आया और पड़ोस के कमरे में चला गया।
करीब 45 मिनट बाद जब प्रभात इस कमरे से बाहर आया, तो उसके साथ में रचिता और शिवा भी बाहर निकलते नजर आए। इससे साफ है कि हत्या के वक्त रचिता और शिवा भी पास के कमरे में ही थे। इसके बाद तीनों अलग-अलग दिशा में अपने पहले से तय प्लान के मुताबिक निकल गए।
पुलिस ने बरामद फुटेज से आरोपियों के चेहरे मिलवाने के लिए उसे फोरेंसिक लैब भेजा है। इसे साक्ष्य के तौर पर चार्जशीट के साथ कोर्ट में दाखिल किया जाएगा। पुलिस मामले में हर साक्ष्य को वैज्ञानिक परीक्षण की रिपोर्ट के साथ कोर्ट में दाखिल करने की तैयारी कर रही है।
प्रभात ने जब कुशाग्र का गला रस्सी से कसा था, तो अधिक ताकत लगाने के लिए वह घुटनों के बल बैठा था। गले पर रस्सी कसने से कुशाग्र का मुंह खुल गया और मुंह ऊपर की ओर उठ गया था। इसका खुलासा फोरेंसिक टीम की जांच में हुआ। फोरेंसिक एक्सपर्ट के अनुसार कुशाग्र के बचने की कोई गुंजाइश न रहे। इसके लिए प्रभात ने रस्सी को दोहरा करके गला कसा था। इसके चलते उसके गले में गोलाकार निशान बन गया था।
जेल में बंद कुशाग्र अपहरण एवं हत्याकांड के आरोपियों प्रभात शुक्ला, रचिता वत्स और शिवा की पांच दिन की कस्टडी रिमांड लेने के लिए पुलिस ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दी है। रिमांड मंजूर होने पर पुलिस पूरी घटना को री-क्रिएट करेगी। साथ ही तीनों की प्रकरण में भूमिका का भी पता लगाएगी।
पुलिस अभी तक यह साफ नहीं कर पाई है कि हत्या के पीछे कारण क्या था। प्रभात ने पुलिस को जो कहानी बताई थी वो पुलिस की जांच से इतर है। पुलिस को जो साक्ष्य मिले हैं, उससे पैसों के लिए ही कुशाग्र का अपहरण और हत्या की आशंका है। इसके अलावा अपहरण से पहले कौन कहां था और क्या कर रहा था?
प्रभात से चोरी की बरामद बाइक को लेकर सवाल किए जाएंगे। रचिता और शिवा बगल के कमरे में क्यों बैठे थे? और प्रभात ने कुशाग्र की हत्या के बाद कमरे में आकर क्या कहा? पुलिस इन सवालों के जवाब हासिल करने का प्रयास करेगी।
इन सवालों के भी तलाशे जाएंगे जवाब
- प्रभात ने कुशाग्र से ऐसी क्या बात बोली कि वह बिना किसी विरोध के उसके घर चला गया।
- प्रभात और कुशाग्र पहली बार ऐसे गए या इससे पहले भी वह आते-जाते रहे थे।
- अगर फिरौती ही वसूलनी थी तो उसे पहले ही क्यों मार डाला। कहीं किसी और फोन में वीडियो, तो नहीं बनाया।
- फिरौती वाले पत्र में अल्लाह-हू-अकबर लिखकर क्या जताना चाहता था।
- हत्या करने के बाद शव का क्या करना था। कहां ठिकाने लगा था और कैसे लगाना था।
- अपहरण और हत्या में प्रभात का साथ सिर्फ रचिता व शिवा ने दिया या और भी शामिल था।