देहरादून। शनिवार को जी-20 एंटी-करप्शन वर्किग ग्रुप की बैठक का समापन हो गया। जिसमें भ्रष्टाचार से निपटने के लिए चर्चाएं हुई थी और कुछ निर्णय भी लिए गये। शनिवार को जी-20 एंटी-करप्शन वर्किंग ग्रुप की दूसरी बैठक, जिसका उद्घाटन 25 मई को रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भटृ ने किया था, शनिवार को टिहरी में संपन्न हुई। बैठक में 20 सदस्य देशों, 10 आमंत्रित देशों और यूएनओडीसी , ओईसीडी , एगमॉन्ट ग्रुप , इंटरपोल और आईएमएफ सहित 9 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के 90 प्रतिनिधियों की व्यापक भागीदारी थी। मीटिंग की अध्यक्षता राहुल सिंह, अतिरिक्त सचिव, भारत सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग और अध्यक्ष जी20 एंटीकृकरप्शन वर्किंग ग्रुप मीटिंग ने की। बैठक की सह-अध्यक्षता इटली के टास्क फोर्स के प्रमुख, जी20 एंटी-करप्शन वर्किंग ग्रुप मीटिंग के सह-अध्यक्ष जियोवन्नी टार्टाग्लिया पोलसिनी और इटली के ही पूर्णाधिकारी मंत्री, विदेश और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री फैब्रिजियो मारसेली ने की। पिछले तीन दिनों में, एसेट रिकवरी, भगोड़े आर्थिक अपराधियों, सूचना साझा करने के लिए सहयोग के औपचारिक और अनौपचारिक चैनलों, भ्रष्टाचार से निपटने के लिए संस्थागत ढांचे और आपसी कानूनी सहायता से संबंधित कई प्रमुख विषयों और क्षेत्रों पर गहन और उत्पादक विचार-विमर्श हुआ है। प्रतिनिधियों ने बैठक में भ्रष्टाचार को रोकने और उससे मुकाबला करने के लिए तीन उच्च स्तरीय सिद्धांतों पर सहमति व्यक्त की। ये सिद्धांत जिम्मेदार सार्वजनिक निकायों और प्राधिकरणों की अखंडता और प्रभावशीलता को बढ़ावा देना, भ्रष्टाचार का मुकाबला करने के लिए कानून प्रवर्तन संबंधी अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और सूचना साझाकरण को मजबूत करना और भ्रष्टाचार से संबंधित संपत्ति वसूली तंत्र को मजबूत करना। एसीडब्ल्यूजी के पहले दिन, लिंग और भ्रष्टाचार पर एक साइड इवेंट भी आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री भारत सरकार श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने मुख्य भाषण दिया। इस आयोजन के दौरान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों ने भ्रष्टाचार के लैंगिक पहलुओं पर विचार-विमर्श किया, जिस तरह से महिला सशक्तिकरण आंतरिक रूप से भ्रष्टाचार विरोधी पहलुओं से जुड़ा हुआ है और लैंगिक संवेदनशील शासन और नीति निर्माण की आवश्यकता है। प्रतिनिधियों को ऋषिकेश में प्रवास के दौरान भारत की समृद्ध संस्कृति, विरासत और व्यंजनों के स्वाद लेने का भी अवसर प्राप्त हुआ। भारत एंटी-करप्शन वर्किंग ग्रुप मीटिंग की तीसरी बैठक के लिए 9-11 अगस्त को फिर से कोलकाता में प्रतिनिधियों की मेजबानी करने के लिए उत्सुक है। भ्रष्टाचार के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय लड़ाई को मजबूत करने के जी20 एजेंडे को और गति प्रदान करने के लिए भारत अब तक की पहली व्यक्तिगत भ्रष्टाचार विरोधी मंत्रिस्तरीय बैठक की मेजबानी भी करेगा।