-दस दिन बाद युवक का सड़ा गला शव बरामद
किच्छा। अवैध संबंधों के चलते दो युवकों ने अपने ही दोस्त की कुल्हाड़ी से काटकर जान ले ली। बाद में उसके शव को एक नाले में फेंक दिया। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लेकर दस दिन बाद युवक का सड़ा गला शव बरामद किया।
आजादनगर की सुभाष कालोनी निवासी विश्वजीत विश्वास (22) पुत्र हरि विश्वास पांच मई को अपनी बाइक से हल्द्वानी के लिए निकला था। उसकी बाइक भूड़िया कॉलोनी थाना बहेड़ी की सीमा के पास मिली थी। पुलिस ने मामले की जांच की तो विश्वजीत के दोस्त करन, सुकंतो को हिरासत में लिया। सोमवार को देर शाम दोनों की निशानदेही पर आजादनगर के एक नाले से शव बरामद किया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार हत्या की वजह एक महिला से अवैध संबंध बताया जा रहा है। एक हत्यारोपी के संबंध उसके घर के पास रहने वाली एक महिला से थे। घटना के दिन आरोपियों ने फोन करके विश्वजीत को बुलाया। उसके आने के बाद तीनों ने शराब पी और दोनों ने कुल्हाड़ी से विश्वजीत को मौत के घाट उतार दिया। शव नाले के पास झाड़ियों में फेंक दिया। एएसपी क्राइम मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनकी निशानदेही पर शव बरामद कर लिया गया है। आरोपियों से पूछताछ जारी है। मामले का खुलासा मंगलवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक करेंगे।
शव बरामद करने गई पुलिस टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। जब पुलिस टीम शव को बरामद करने की प्रक्रिया में लगी थी तब बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंच गईं। आरोपियों के साथ शव लेकर जब पुलिस निकलने लगी तो महिलाओं ने हत्यारोपियों को अपने हवाले करने की बात कर हंगामा शुरू कर दिया। कोतवाल धीरेंद्र कुमार ने किसी तरह आरोपियों को महिलाओं से बचाकर कोतवाली पहुंचाया। इधर कुछ महिलाएं एक आरोपी के घर पहुंच गई लेकिन आरोपियों के सभी परिजन पहले फरार हो गए। वहां से पुलिस ने महिलाओं को वहां से खदेड़ा। आरोपी के घर पर पुलिस तैनात कर दी गई है।
ग्रामीणों के अनुसार विश्वजीत घरों में रंगाई पुताई करके अपनी आजीविका चलाता था। बताया जा रहा है कि विश्वजीत की मां की भी कई साल पहले हत्या हो गई थी। उसके दो भाई अनिल व निकाई हैं। विश्वजीत और दोनों हत्यारोपी तीनों गहरे दोस्त थे। बताया जा रहा है कि ये तीनों अक्सर साथ दिखाई देते थे। तीनों मजदूर तबके के हैं। विश्वजीत का शव जिस नाले से बरामद किया गया है वहां झाड़ियों में बिजली का मोटा तार बरामद हुआ है। अनुमान लगाया जा रहा है कि हत्यारों ने हत्या के बाद शव को तार से बांध दिया होगा और फिर उसे उठाकर किसी तरह नाले में लाए होंगे। इधर फोरेंसिक विभाग की टीम के अधिकारी घटनास्थल से नमूने लेते रहे टीम ने नाले के आसपास वाले स्थान पर बारीकी से निरीक्षण कर कई निशान लिए हैं।