हरिद्वार। ज्वालापुर के बाद अब शहर कोतवाली क्षेत्र में भी पांच साल के मासूम के अपहरण का मामला सामने आया है। घटना दो दिन पुरानी बताई जा रही है। पुलिस बालक की तलाश में जुटी हुई है। रोड़ीबेलवाला मैदान निवासी पेशे से दिहाड़ी मजदूर अरविंद गुप्ता के दो बेटे चेतन गुप्ता व मयक गुप्ता नौ दिसंबर को सुलभ शौचालय के आस पास खेल रहे थे।
बताया गया है कि एक बाइक में सवार दो युवक उनके पास आकर ठहरे और दोनों भाइयों से बातचीत करने लगे। युवकों ने छोटे भाई मयंक गुप्ता को ब्रेड पकौड़ा खिलाने का लालच दिया और बहला-फुसलाकर अपने साथ लेकर चले गए। बड़े भाई ने अपने माता-पिता को इसकी जानकारी दी। तब स्वजन पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की पहचान के लिए हाईवे पर लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए हैं, लेकिन अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया।
बच्चे के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्हें बच्चे के साथ अनहोनी का डर सता रहा है। वहीं, शहर कोतवाली प्रभारी राकेंद्र कठैत ने बताया कि बालक की तलाश की जा रही है। जल्द ही उसे ढूंढ निकाला जाएगा। ज्वालापुर से अपह्रत बालक के बरामद होने पर जिला पुलिस मुख्यालय पर प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान हरिद्वार की घटना को लेकर सवाल पूछा गया। लेकिन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने इसको ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया। बल्कि यह कहकर टालने का प्रयास किया कि उसे भी ढूंढवा रहे हैं, जल्द ही उसे भी ढूंढ लिया जाएगा।
धर्मनगरी कई सालों से मासूमों की खरीद-फरोख्त करने वालों के निशाने पर है। यहां बच्चों के अपहरण व चोरी की घटनाएं हर साल कई बार सामने आती हैं। दो सप्ताह पहले ही पुलिस ने लक्सर से किशोरी से दुष्कर्म के आरोपित को गिरफ्तार कर बच्चा चोरी की दो घटनाओं का पर्दाफाश किया था। उसकी निशानदेही पर दिल्ली व गाजियाबाद से चुराए गए दो बालकों को देहरादून व बदायूं से बरामद किया गया था। इससे पहले हरिद्वार रेलवे स्टेशन और महिला अस्पताल से भी बच्चे गायब हो चुके हैं।