देहरादून। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने पत्रकारवार्ता में कई मुद्दों पर सरकार को घेरा। गोदियाल ने विधानसभा अध्यक्ष के उस बयान पर आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने कहा कि बिसनेज़ नहीं था इसलिए सत्र जल्दी समाप्त करना पड़ा। कहा कि बिगड़ती क़ानून व्यवस्था पर चर्चा का समय नहीं दिया गया।
अंकिता हत्याकांड मामले में वीआईपी के नाम को लेकर गोदियाल ने कहा कि मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सदन में कहा वीआईपी नहीं था, कमरा वीआईपी था। उन्होंने दोषियों को बचाने का आरोप लगाया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाले में जमानतें मिलना सरकार की लचर पैरवी है। उत्तराखंड के युवाओं के हित में उन्होंने जांच सीबीआई से कराने की मांग की।
वहीं सहकारिता भर्ती घोटाले मामले में भी गोदियाल ने कहा कि जांच हो चुकी, लेकिन मंत्री नहीं चाहते इस पर कार्रवाई हो। कहा कि मंत्री धन सिंह रावत और प्रेमचंद अग्रवाल को पद से हटाकर सहकारिता और विधानसभा भर्ती घोटाले की निष्पक्ष जांच हो। उन्होंने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने और सिंचाई विभाग में अवर अभियंताओं की भर्ती जल्द करने की बात कही।