खिलाड़ियों की सीटें वेटिंग अधिक होने के कारण कंफर्म नहीं हो पाई हैं, इसलिए अब टीम इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग नहीं कर पाएगी। इस संबंध में आंध्र प्रदेश में बात की गई, तो उनकी ओर से भी कोई सहयोग नहीं दिया गया है।
– सुंद्रियाल, सचिव, उत्तराखंड हैंडबॉल एसोसिएशन
सभी को जाने के लिए मना कर दिया गया है। इसके बाद से बहुत दुख महसूस हो रहा है। राज्य सरकार ही अब चाहेगी तो अब हम सभी प्रतिभाग कर पाएंगे।
– पवित्रा, रुद्रपुर
ट्रेन में सीट ही नहीं कंफर्म हो पाई है। अब कैसे जा पाएंगे। दो साल से तैयारी कर रहे थे, लेकिन एसोसिएशन की ओर से मना करने के बाद से हौसला टूट गया है। सारी मेहनत बेकार चली गई है।
– सविता, खिलाड़ी
देहरादून। उत्तराखंड हैंडबॉल एसोसिएशन की 16 सदस्यीय टीम का रिजर्वेशन नहीं हुआ तो उनका नेशनल खेलने का सपना टूट जाएगा। इस टीम को आंध्र प्रदेश में 26 नवंबर से शुरू होने वाली 51वीं सीनियर महिला हैंडबाल चैंपियनशिप में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करना है, लेकिन ट्रेन में रिजर्वेशन न मिलने से इन खिलाड़ियों को ले जाने से मना कर दिया गया है।
इस टीम को उत्तराखंड की तरफ से आंध्र प्रदेश में होने वाली हैंडबाल चैंपियनशिप में खेलने के लिए 24 नवंबर को यहां से रवाना होना है, लेकिन ट्रेन में वेटिंग लिस्ट अधिक होने के कारण खिलाड़ियों की सीट कंफर्म नहीं हो पाई है। कोरोना के बाद से नेशनल लेबल की प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। दो वर्षों से प्रतियोगिता के लिए पूरे उत्साह के साथ तैयारी कर रही थी। टीम का जाना कैंसिल होने के बाद खिलाड़ियों का उत्साह कम हो गया है।
देहरादून की खिलाड़ी रिशिता गुप्ता ने बताया कि एसोसिएशन की ओर से सीटें कंफर्म न होने को वजह बताते हुए ले जाने से मना कर दिया गया है। रिशिता ने बताया, कोरोनाकाल से इस घड़ी का इंतजार पूरी टीम कर रही थी, लेकिन अब सपना पूरी तरह से टूटता नजर आ रहा है। राज्य के कई जिलों से लड़कियां इस टीम में हैं, जो आंध्र प्रदेश में राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगी, लेकिन अब यह सपना टूट जाएगा।