गर्भवती और शिशु को जन्म देने वाली महिलाओं को टीकाकरण व शिशु स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए नई पहल की शुरुआत की जा रही है। इससे प्रसव से पूर्व देखभाल और जन्म के बाद शिशु के स्वास्थ्य के प्रति महिलाओं में जागरूकता आएगी।
– डॉ. आर. राजेश कुमार, प्रभारी सचिव स्वास्थ्य
देहरादून। गर्भवती और पांच साल से कम आयु वाले बच्चे की माताओं को मातृ-शिशु सुरक्षा कार्ड (एमसीपी) के बारे में जागरूक करने के लिए राज्य सरकार ने नई पहल शुरू की है। पहली बार पांच जिलों में एमसीपी जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। जागरूक करने के बाद मेडिकल कॉलेज की टीम महिलाओं का साक्षात्कार लेगी। जिसमें एमसीपी कार्ड में अंकित स्वास्थ्य जानकारी से संबंधित सवालों का सही जवाब देने वाली महिलाओं को विभाग की ओर से एक हजार का गिफ्ट वाउचर दिया जाएगा।
विभाग की ओर से गर्भवती व शिशु के जन्म के बाद महिला को एमसीपी कार्ड दिया जाता है। इस कार्ड में बच्चों के टीकाकरण, बच्चे की आयु के अनुसार वजन, लंबाई, नवजात शिशु की देखरेख, शिशु में निमोनिया समेत अन्य बीमारियों की रोकथाम, गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल के अलावा सरकार की जननी सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री, मातृ वंदना योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में मिलने वाले लाभों की जानकारी दी जाती है लेकिन महिलाओं को कार्ड में दी गई स्वास्थ्य संबंधित जानकारी नहीं होती है।
पहली बार स्वास्थ्य विभाग की ओर से एमसीपी कार्ड जागरूकता कार्यक्रम का खाका तैयार किया गया। पहले चरण में देहरादून, नैनीताल, ऊधमसिंहनगर, हरिद्वार और पौड़ी जिले में इस कार्यक्रम को चलाया जाएगा। जागरूकता के लिए देहरादून शहर के 12 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत समन्वयक, एएनएम, आशा फैसिलिटेटर को प्रशिक्षण दिया जाता है। जो विशेष रूप से मलिन बस्तियों में जाकर महिलाओं को एमसीपी कार्ड के प्रति जागरूक करेंगे।
विभाग की टीम गर्भवती और शिशु को जन्म देने वाली महिलाओं को एमसीपी कार्ड के बारे में जागरूक करेगी। जिसके बाद राजकीय मेडिकल कॉलेज की टीम महिलाओं का साक्षात्कार लेगी। जिसमें एमसीपी कार्ड से संबंधित सवाल पूछे जाएंगे। सही जवाब देने वाली महिलाओं को एक हजार का गिफ्ट वाउचर दिया जाएगा। 10 हजार की आबादी पर एक साल में 40 महिलाओं को गिफ्ट वाउचर देने का लक्ष्य रखा है।