देहरादून। शिक्षा विभाग के अजब-गजब हाल हैं। प्रदेश के विभिन्न जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट्स) में नियमावली बनने से पहले ही तबादला एक्ट दरकिनार कर शिक्षकों और कर्मचारियों की तैनाती की तैयारी है। इसके लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद में नौ नवंबर से शिक्षकों की काउंसिलिंग शुरू होने जा रही है।
अपर निदेशक एससीईआरटी डॉ. आरडी शर्मा ने इस संबंध में निर्देश जारी किया है। प्रदेश में एससीईआरटी और डायट्स के लिए ढांचा और नियमावली बननी है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक इसके लिए विभाग की ओर से कुछ संशोधन के बाद शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। शासन स्तर से इस पर सहमति के बाद इसे कैबिनेट में लाया जाना है, जबकि केंद्र सरकार की ओर से वर्ष 2013-14 में प्रस्तावित ढांचे को प्रदेश सरकार ने मंजूरी दी है, लेकिन इसकी नियमावली न बनने की वजह से इसे लागू नहीं किया जा सका है।
इससे हर साल सरकार को करोड़ों की चपत लग रही है। कोई नियमावली नहीं होने से प्रदेश के विभिन्न जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में जुगाड़ व सिफारिश से शिक्षक तैनाती पा रहे हैं। अब जबकि, एससीईआरटी व डायट्स में शिक्षकों की तैनाती को लेकर नियमावली नहीं बनीं। वहीं, तबादला एक्ट लागू होने के बावजूद विभाग की ओर से इसे दरकिनार कर बड़ी संख्या में शिक्षकों और कर्मचारियों को इधर से उधर किया जा रहा है।
जिन शिक्षकों को स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए तैनात किया गया है। वह स्कूल छोड़ डायट्स में तैनाती पा रहे हैं। इससे स्कूलों में बच्चे सफर कर रहे हैं। देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर आदि में कई शिक्षक सिफारिश से तैनाती पाए हैं।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में लगभग 72 शिक्षकों की तैनाती की जानी है। कैबिनेट जिस दिन से नया ढांचा पास करेगी उसे उस दिन से लागू किया जाएगा। अभी व्यवस्था के तौर पर शिक्षकों की तैनाती की जा रही है। प्रदेश के पर्वतीय जिलों खासकर पिथौरागढ़ और उत्तरकाशी में शिक्षक न होने से दिक्कत आ रही है। -डा.आरडी शर्मा, अपर निदेशक एससीईआरटी