मुनिकीरेती(ऋषिकेश)। सूरत के मशहूर हीरा व्यापारी गोविंद भाई ढोलकिया और उनके कंपनी के कर्मचारियों ने स्वर्गाश्रम क्षेत्र में स्वच्छता अभियान चलाया। इस दौरान उन्होंने गंगा चौक से अभियान का शुभारंभ करते हुए नावघाट, लक्ष्मीनारायण घाट, गीताभवन घाट की सफाई कर आसपास कूड़ेदान रखे।
सूरत के श्रीराम कृष्ण एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के संचालक गोविंद भाई ढोलकिया अपनी कंपनी के 950 कर्मचारियों के साथ 11 दिवसीय भ्रमण पर स्वर्गाश्रम के वानप्रस्थ आश्रम में ठहरे हुए हैं। यहां वह 11 दिनों तक कंपनी के कर्मचारियों के साथ विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का हिस्सा बनेंगे। जिसमें वह सत्संग, रक्तदान शिविर, स्वच्छता आदि कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे।
एसआरके कंपनी के संचालक गोविंद भाई ने बताया कि वह बीते 12 वर्षों से दीपावली पर्व के बाद स्वर्गाश्रम क्षेत्र में आ रहे हैं। कोरोना काल के कारण बीते दो वर्ष वह यहां नहीं आ सके। कहा पहली बार जब वह स्वर्गाश्रम क्षेत्र में आए तो उन्होंने यहां गंगा घाट और तटों पर फैली गंदगी देखी। फिर उन्होंने मन में ठान लिया कि वह मां गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने के लिए गंगा घाट और तटों की सफाई करेंगे।
फिर वह अगली बार अपने कंपनी के कर्मचारियों के साथ इस क्षेत्र में गंगा घाट और तटों की सफाई करेंगे। तब से लेकर अब तक उनका यह अभियान निरंतर जारी है। कहा बीते 12 वर्षों में अब स्वर्गाश्रम क्षेत्र में स्वच्छता को लेकर जागरूकता आ गई है। गंगा घाट और तटों पर अब उतनी गंदगी नजर नहीं आ रही है। मन प्रसन्न है कि यहां के लोग और यहां आने वाले पर्यटक स्वच्छता को लेकर जागरूक हो रहे हैं। इस मौके पर दिनेश भाई नारोला, जयंती भाई, परेश भाई, राकेश भाई आदि शामिल थे।
वहीं, हीरा व्यापारी हजारों साधकों के साथ परमार्थ निकेतन में पंचदिवसीय साधना-सत्संग में पहुंचे। जहां साधकों ने परमार्थ में विश्व शांति हवन, गंगा आरती सहित अन्य आध्यात्मिक गतिविधियों में प्रतिभाग किया।गोविंद भाई ने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से भेंटकर पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण व सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में मिलकर कार्य करने के लिए विचार-विमर्श किया।
इस दौरान उन्होंने स्वामी चिदानंद को डायमंड फॉर फॉरएवर पुस्तक भेंट की। स्वामी चिदानंद ने कहा कि इस परिवार ने अपने हीरा व्यापार से पूरे विश्व में भारत का नाम प्रतिष्ठित किया है। काका गोविंद भाई ने कहा कि परमार्थ निकेतन की आरती अनेक स्वरूपों में महत्वपूर्ण है।
स्वामी चिदानंद ने गोविंद काका और डायमंड परिवार के सदस्यों को रूद्राक्ष का पौधा भेंट किया। किया। इस मौके पर जयंती भाई, दिनेश भाई, परेश भाई, राकेश भाई और परिवार के अन्य सदस्यों ने परमार्थ गंगा आरती में सहभाग किया।