टिहरी। बीती रात टिहरी के सुवाखोली अलमस नगुण मोटर मार्ग पर एक स्कॉर्पियो खाई में गिर गई। दुर्घटना में दो व्यक्तियों की दर्दनाक मौत हो गई। घटना का पता रविवार की सुबह चला। रविवार की सुबह वाहन चालकों ने मेण्डखाल-लावणी ग्रामीण मार्ग में स्कॉर्पियो पलटी देखी तो पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद दोनों कार सवारों के शव खाई से निकाले गए। दोनों मृतक उत्तरकाशी के रहने वाले हैं। सूचना पर राजस्व पुलिस और ग्रामीण मौके पर पहुंचे।
मृतकों के नाम:
- अखिल बिष्ट पुत्र सुरेश बिष्ट ग्राम मांगली सेरा बरसाली, तहसील डुंडा उत्तरकाशी, उम्र 28 वर्ष।
- दूसरे मृतक की शिनाख्त की जा रही है।
- प्रदेश में दुर्घटना राहत निधि में वृद्धि, मिलेंगे दो लाख रुपये
- प्रदेश में सरकारी और निजी सार्वजनिक वाहनों की दुर्घटना में यात्री या अन्य व्यक्ति की मृत्यु होने पर स्वजन को अब दो लाख रुपये राहत निधि मिलेगी।
सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की है। मंत्रिमंडल ने बीती 12 अक्टूबर को उत्तराखंड सड़क परिवहन दुर्घटना राहत निधि के मानक में संशोधन को स्वीकृति दी थी। अब इस क्रम में उत्तराखंड सड़क परिवहन दुर्घटना राहत निधि (तृतीय संशोधन) नियमावली, 2022 को अधिसूचित कर दिया है।
इसमें दुर्घटना राहत निधि की एक लाख की धनराशि को बढ़ाकर दो लाख रुपये किया गया है। परिवहन सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई है। चकराता वन प्रभाग के कनासर रेंज से जुड़े बुधेर जंगल में चट्टान से गिरकर फारेस्ट गार्ड की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बुधेर जंगल में तैनात फारेस्ट गार्ड नंदू रावत आरक्षित जंगल के सीमा क्षेत्र में लगे मुनारों की गिनती करने गया था।
राजस्व पुलिस ने कहा कि शुरुआती जांच में पुष्टि हुई है कि फारेस्ट गार्ड नंदू की चट्टान से फिसल कर करीब 200 मीटर नीचे ढांग में गिरकर सिर फटने से मौत हुई है। रेंजर एमएस गुसाईं ने कहा कि कंदाड निवासी नंदू रावत की वन विभाग में वर्ष 2019 में फारेस्ट गार्ड के पद पर बुधेर बीट में पहली पोस्टिंग हुई थी।
ड्यूटी के दौरान हादसे में उसकी मौत की सूचना से वन विभाग में मातम छा गया। उपवन संरक्षक कल्याणी नेगी ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए गमगीन स्वजन के प्रति संवेदना प्रकट की है। डीएफओ ने कहा कि इस दर्दनाक हादसे में चकराता वन प्रभाग ने एक ईमानदार कर्मचारी को खो दिया। सभी लोग घटना से आहत हैं।