पंतनगर। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्याल पंतनगर में भारत रत्न गोविंद बल्लभ पंत की 135वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के कृषि, कृषक कल्याण, सैनिक कल्याण एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने भारत रत्न पंडित गोविन्द बल्लभ पंत जी की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर मार्ल्यापण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की ओर भावपूर्ण स्मरण किया। मंत्री जोशी ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पं. गोविन्द बल्लभ पंत का संघर्षशील एवं प्रेरणादायी नेतृत्व देशवासियों के लिये सदैव प्रेरणादायी रहेगा।
इसके उपरांत मंत्री जोशी ने कृषि महाविद्यालय के वैलनेस एवं मेडिटेशन सेन्टर का निरीक्षण किया और स्वामी विवेकानन्द जी की प्रतिमा का भी अनावरण किया।इसके अलावा मंत्री जोशी ने कृषि अनुसंधान केन्द्र का स्थलीय निरीक्षण भी किया। इसके पश्चात कृषि मंत्री गणेश जोशी ने गाँधी हाल में पंत जयन्ती कार्यक्रम में अपने सम्बोधन के दौरान मंत्री जोशी ने कहा कि हरित क्रांति का अग्रदूत माना जाने वाला यह पंतनगर विश्वविद्यालय पंडित गोविन्द बल्लभ जी को समर्पित है। पंतनगर विश्वविद्यालय की स्थापना में उन्होंने अमूल्य योगदान दिया है।
मंत्री श्री जोशी ने कहा कि अपने 6 दशकों के अस्तित्व में विश्वविद्यालय ने कृषि और सम्बद्ध क्षेत्रों में ऐतिहासिक फसल किस्मों और व्यापक शोध के माध्यम से प्रदेश एवं देश को खाद्य सम्प्रभुता व खाद्य सुरक्षा की ओर अग्रसर किया है । पंतनगर में पहली बार कृषि संग्रहालय बनाया गया है, पंतनगर संग्रहालय छात्रों एवं देश के नागरिकों के लिए प्रेरणाबिंदु का कार्य करेगा। उन्होने ने कहा कि इस सत्र में पंतनगर के वैज्ञानिकों द्वारा उन्नत किस्म की विभिन्न प्रजातियां विकसित की गई हैं जिनमे चारा जई, पीली सरसों पंत गिरिजा, पंत पॉपकॉर्न, पंत संकर मक्का, चारा ज्वार, गेहूं, इत्यादि हैं। इसके लिए मंत्री श्री जोशी ने एग्रीकल्चर फील्ड पर काम करने वाले वैज्ञानिकों, कर्मचारियों सभी को बधाई और आभार व्यक्त किया।
विश्व बैंक की टीम ने पंतनगर विश्वविद्यालय में संचालित आई0डी0पी0 नाहेप परियोजना के द्वारा. विकसित समस्त इकाइयों एवं सुविधाओं का बारीकी से अध्ययन किया जो बहुत गर्व का विषय है। उन्होने ने कहा कि नाहेप परियोजना की तरफ से विभिन्न कॉलेजों के 20 स्नातक विद्यार्थियों को इंटरनेशनल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत एक माह की लिए अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई), फिलीपींस जाने का मौका मिला है यह अवसर हमारे राज्य के विद्याथियों को मिला है जो बहुत ही गर्व एवं संतोष का विषय है। पंतनगर विश्वविद्यालय उत्तराखंड का गौरव है।
श्री जोशी ने कहा कि शिक्षण संस्थानों की ग्लोबल रैंकिंग में सबसे अग्रणी एवं प्रतिष्ठित वर्ल्ड क्यू एस रैंकिंग में पंतनगर विश्वविद्यालय का नाम दुनिया के शीर्ष संस्थानों में घोषित हुआ है। कृषि विश्वविद्यालय समूह में पहली बार देश के एकमात्र कृषि संस्थान के रूप में गोबिंद वल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय ने 361वें स्थान पर आने का गौरव प्राप्त किया है। यह उपलब्धि पंतनगर के शिक्षकों, छात्रों और कर्मियों के अथक प्रयासों का परिणाम है।
यह हम सबके लिए गर्व का विषय है। उन्होने विश्वास जताते हुए कहा कि अपने निरंतर योगदान से उत्तराखंड राज्य पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी के सपनों के अनुरूप प्रगति करता रहेगा। श्री जोशी ने आह्वान किया कि सभी पूरी ऊर्जा के साथ इस विश्वविद्यालय को और नयी ऊंचाइयों तक ले कर जायेंगे और देश का गौरव को बढ़ाते रहेंगे। इस अवसर पर कुलपति डॉ.मनमोहन सिंह चैहान, लालकंुआ के विधायक डॉ.मोहन सिंह बिष्ट, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ.बृजेश सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष विवेक सक्सेना, विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता निदेशक, यूनिवर्सिटी कुलपति ए.के. शुक्ला सहित कई लोग उपस्थित थे।