देहरादून। पिछले दो दिन से उत्तराखंड में भारी बारिश से कुछ राहत मिली है। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम साफ बना हुआ है। हालांकि कहीं-कहीं आंशिक बादल मडंरा रहे हैं। लेकिन कहीं भी भारी बारिश नहीं हुई है। वहीं मौसम विभाग की मानें तो आज बुधवार को प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। कुमाऊं मंडल के कुछ क्षेत्रों में गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
- अगले दो दिन प्रदेश में मौसम सामान्य रहने का अनुमान
- दरके पहाड़, 11 मोटर मार्ग बंद होने से जौनसार की थमी रफ्तार
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार अगले दो दिन प्रदेश में मौसम सामान्य रहने का अनुमान है। कहीं-कहीं बादल छाये रह सकते हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। देहरादून जिले के जौनसार-बावर में जगह-जगह भूस्खलन की वजह से निर्माण खंड देहरादून के एक, पीएमजीएसवाई कालसी के 2, लोनिवि साहिया के 2, लोनिवि चकराता के 6 मोटर मार्ग बंद होने से ग्रामीणों की परेशानियां बढ़ गई।
जौनसार-बावर के दस व पछवादून का एक मोटर मार्ग पर आवागमन बाधित रहा। नाला ओवरफ्लो होने से रामसावाला-कैंचीवाला में काजवे क्षतिग्रस्त होने से आवागमन बाधित हो गया। जिससे सभी को परेशानियां उठानी पड़ी। सड़क से संपर्क कटने की वजह से ग्रामीण व बागवान कृषि उपज को समय पर मंडियों में नहीं पहुंचा पाने से नुकसान उठाना पड़ा।
जौनसार-बावर व पछवादून में वर्षा व भूस्खलन के कारण वाहनों की रफ्तार थम गई। लोनिवि प्रांतीय खंड देहरादून के तहत सहसपुर शंकरपुर भाऊवाला सुद्धोवाला मोटर मार्ग पर किमी एक पर देर रात वर्षा से नाला ओवरफ्लो होने से रामसावाला-कैंचीवाला में काजवे क्षतिग्रस्त होने से आवागमन बाधित हो गया। लोनिवि साहिया के अंतर्गत महासू देवता थैना संपर्क व काहा नेहरा पुनाह मोटर मार्ग पर कई जगह मलबा आने पर यातायात अवरुद्ध है। लोनिवि चकराता के तहत राज्य मार्ग चकराता लाखामंडल, माख्टी पोखरी ककनोई, बराड़, पाटी, मेघाटू म्यूंडा, रोहटा खड्ड से अटाल मोटर मार्ग बंद होने से यातायात बाधित रहा।
पीएमजीएसवाई कालसी के अंतर्गत बनियाना व गडोल सकरोल मोटर मार्ग पर आवागमन ठप रहा। उधर, लोनिवि साहिया के अधिशासी अभियंता प्रत्युष कुमार, लोनिवि चकराता के अधिशासी अभियंता एमएस बेलवाल व पीएमजीएसवाई कालसी के अधिशासी अभियंता राजेंद्र सिंह टम्टा के अनुसार सड़कों पर मलबा आने का सिलसिला थम नहीं रहा है। मलबा हटाने को जेसीबी लगाई गई है।