
देहरादून। देहरादून के पटेल नगर थाना क्षेत्र में बीती देर रात उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब सड़क किनारे खड़ी तीन लग्जरी कारें अचानक भीषण आग की चपेट में आ गईं। यह घटना लगभग रात साढ़े तीन बजे की बताई जा रही है, जब इलाके में अधिकांश लोग गहरी नींद में थे। अचानक उठी लपटों और धमाके जैसी आवाज़ों को सुनकर आसपास के लोग घरों से बाहर निकले और देखा कि तीनों वाहन पूरी तरह आग की गिरफ्त में आ चुके हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पाया, लेकिन तब तक तीनों वाहन पूरी तरह जलकर खाक हो चुके थे। आग इतनी तेज़ी से फैली कि कारों को कुछ ही मिनटों में बचाने का कोई मौका नहीं मिल सका। दमकलकर्मियों ने आसपास के क्षेत्र को सुरक्षित करते हुए देर रात तक आग को पूरी तरह ठंडा करने का काम जारी रखा, ताकि किसी तरह की दोबारा लपटें न उठें।
थाना अध्यक्ष चंद्रभान अधिकारी ने बताया कि फिलहाल आग लगने के वास्तविक कारणों का पता नहीं चल पाया है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार यह घटना शॉर्ट सर्किट से भी हो सकती है, लेकिन पुलिस किसी भी संभावना को नज़रअंदाज़ नहीं कर रही है। इस कारण यह भी जांच की जा रही है कि कहीं किसी शरारती तत्व ने जानबूझकर तो कारों में आग नहीं लगाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है और रात के समय वहां से गुजरने वाले व्यक्तियों और गतिविधियों का भी रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।
पुलिस का कहना है कि तीनों कारों के मालिकों से बयान लिए जा रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या हाल के दिनों में किसी तरह का विवाद, धमकी या संदिग्ध गतिविधि का कोई मामला सामने आया था। घटनास्थल की फॉरेंसिक टीम भी जांच में जुट गई है, ताकि आग के फैलने और शुरू होने के तकनीकी कारणों को स्पष्ट किया जा सके।
स्थानीय लोगों के अनुसार ऐसे घटनाक्रम से क्षेत्र में दहशत का माहौल है, क्योंकि जिस स्थान पर कारें खड़ी थीं, उसके पास आवासीय मकान भी हैं। यदि आग समय रहते काबू में न पाई जाती, तो बड़ा हादसा हो सकता था। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे देर रात सड़क किनारे वाहन पार्क करने में सतर्कता बरतें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें। मामले की जांच जारी है और पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी रिपोर्ट मिलने के बाद आग लगने की वजह स्पष्ट हो सकेगी।




