
नैनीताल | दिल्ली में हुए कार ब्लास्ट के बाद उत्तराखंड पुलिस ने पूरे राज्य में अलर्ट जारी कर दिया था। नैनीताल जिले में भी रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस और जीआरपी ने दिनभर तलाशी अभियान चलाया, लेकिन रात ढलते ही सुरक्षा व्यवस्था की हकीकत कुछ और ही नजर आई। मंगलवार रात 10 बजे के बाद संवाद न्यूज एजेंसी के संवाददाता द्वारा किए गए रियलिटी चेक में दस में से आठ स्थानों पर पुलिस पूरी तरह नदारद पाई गई।
मंगलवार सुबह काठगोदाम और हल्द्वानी रेलवे स्टेशन पर जीआरपी थानाध्यक्ष कमल कोरंगा और आरपीएफ निरीक्षक तरुण वर्मा के नेतृत्व में डॉग स्क्वॉड और बम निरोधक दस्ते के साथ सघन जांच अभियान चलाया गया। प्लेटफॉर्म, वेटिंग रूम और वाहन पार्किंग क्षेत्रों में चेकिंग की गई। साथ ही शहर में सार्वजनिक स्थानों पर खड़े छह से अधिक चारपहिया वाहनों को चिह्नित भी किया गया। लेकिन शाम ढलते ही यह मुस्तैदी गायब हो गई।
मंगलवार रात संवाददाता ने शहर के दस प्रमुख चौराहों और मार्गों का निरीक्षण किया। इसमें केवल दो जगह — काठगोदाम तिराहे और तिकोनिया चौराहे — पर पुलिसकर्मी सक्रिय दिखाई दिए। बाकी आठ स्थानों पर न तो कोई चेकिंग हो रही थी और न ही सुरक्षा कर्मी मौजूद थे।
रात का रियलिटी चेक:
- रात 10:03 बजे ताज चौराहा — पुलिस कर्मी नदारद
- रात 10:05 बजे काठगोदाम नरीमन तिराहा — पुलिसकर्मी वाहन चेक करते दिखे
- रात 10:09 बजे ट्रांसपोर्ट नगर मंडी बाइपास तिराहा — कोई मौजूद नहीं
- रात 10:12 बजे मंडी चौकी चौराहा — पुलिस नदारद
- रात 10:17 बजे देवलचौड़ चौराहा — सुरक्षा कर्मी अनुपस्थित
- रात 10:21 बजे रामपुर रोड चुंगी तिराहा — कोई ड्यूटी पर नहीं
- रात 10:25 बजे जेल रोड चौराहा — पुलिस नहीं दिखी
- रात 10:27 बजे कालाढूंगी रोड चौराहा — कोई नहीं
- रात 10:35 बजे तिकोनिया चौराहा — पुलिस मुस्तैद, चेकिंग जारी
- रात 10:43 बजे मुखानी चौराहा — पुलिसकर्मी नदारद
इस स्थिति पर एसपी सिटी मनोज कत्याल ने कहा कि हाई अलर्ट के बावजूद ड्यूटी में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि रात में वे स्वयं ड्यूटी प्वाइंट्स का औचक निरीक्षण करेंगे और गैर-जिम्मेदार कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय नागरिकों ने सवाल उठाया है कि अगर अलर्ट के 24 घंटे बाद ही सुरक्षा व्यवस्था ढीली पड़ जाती है तो फिर आमजन की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा। लोगों का कहना है कि पुलिस की सक्रियता केवल दिखावे तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि इसे धरातल पर भी लागू किया जाना चाहिए।




