
नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के वसंतकुंज स्थित आश्रम में 17 छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोपी बाबा चैतन्यानंद उर्फ पार्थ सारथी का मंगलवार को बड़ा खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपी को उनकी दो महिला सहयोगियों से आमना-सामना कराया, जिन्होंने कथित तौर पर पीड़ितों को धमकाया और अपने अश्लील संदेश डिलीट करने के लिए मजबूर किया।
मोबाइल फोन से मिले सबूत
पुलिस ने चैतन्यानंद के मोबाइल फोन की जांच में कई लड़कियों के चैट्स और स्क्रीनशॉट पाए। आरोप है कि बाबा ने इन चैट्स के जरिए लड़कियों को बरगलाने और प्रलोभन देने की कोशिश की। इसके अलावा, मोबाइल में कई एयरहोस्टेस और अन्य महिलाओं के साथ खिंची तस्वीरें भी मिली हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि चैतन्यानंद सरस्वती जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। पूछताछ में वह लगातार गोलमोल जवाब दे रहे हैं और अपने किए पर कोई पछतावा नहीं दिखा रहे।
महिला सहयोगियों से आमना-सामना
दो महिला सहयोगियों को हिरासत में लेकर उनका आरोपी से आमना-सामना कराया गया। ये महिलाएं कथित तौर पर पीड़ितों को धमकाने और अश्लील चैट्स डिलीट करने के लिए मजबूर करने में शामिल थीं। पुलिस ने बताया कि पूछताछ में आरोपी के फर्जीवाड़े का लगातार खुलासा हो रहा है।
जांच की स्थिति
अधिकारी ने कहा कि आरोपी अपने मोबाइल फोन पर मौजूद सबूतों के सामने भी दिल्ली पुलिस के सवालों के गोलमोल जवाब दे रहा है। जांच के दौरान महिला सहयोगियों से भी सवाल-जवाब किए जा रहे हैं और सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।