
बिधूना क्षेत्र के एक छोटे से गांव में रक्षाबंधन की रात घटी वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया। 14 वर्षीय किशोरी के साथ उसके ही 22 वर्षीय चचेरे भाई ने पहले दुष्कर्म किया और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हैवानियत यहीं नहीं रुकी — हत्या के बाद आरोपी पूरी रात और अगला दिन ऐसे व्यवहार करता रहा जैसे कुछ हुआ ही न हो, यहां तक कि पीड़िता के अंतिम संस्कार में भी वह मौजूद रहा और हत्यारे को सज़ा दिलाने की मांग करता रहा।
रक्षाबंधन की रात का खौफ
शनिवार की रात गांव में त्योहार का माहौल था। आरोपी ने दिन में शराब पी थी और रात करीब 12 बजे वह अपने घर से पेट खराब होने का बहाना बनाकर निकला। पुलिस जांच में सामने आया कि वह सीधे अपने चाचा के घर पहुंचा, जहां पीड़िता अकेली सो रही थी। आरोपी ने पहले बातचीत का नाटक किया और फिर बहन के साथ दुष्कर्म किया।
जब पीड़िता ने विरोध किया और शोर मचाने की कोशिश की, तो आरोपी ने उसका मुंह दबा दिया। वारदात के दौरान किशोरी को तेज रक्तस्राव हुआ। घबराकर आरोपी ने उसे कपड़े पहनाए, लेकिन इस डर से कि वह सच न बता दे, उसने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
सुबह का भयावह मंजर
अगली सुबह, जब पीड़िता के पिता पास की झोपड़ी से घर लौटे, तो उन्होंने बेटी को बरामदे की चारपाई पर खून से लथपथ और निर्जीव अवस्था में पाया। कपड़ों और चादर पर खून के धब्बे थे। उन्होंने तुरंत शोर मचाकर ग्रामीणों को बुलाया।
पुलिस को सूचना दी गई और बिधूना थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से खून के नमूने, कपड़े और संदिग्ध उंगलियों के निशान बरामद किए।
हत्यारे की दोहरी भूमिका
हत्या के बाद आरोपी ने ऐसा अभिनय किया जैसे वह भी घटना से सदमे में हो। वह लोगों के साथ बैठकर चर्चा करता रहा और अंतिम संस्कार में परिवार के साथ कंधा भी दिया। पुलिस को उसके खिलाफ कोई तत्काल शक नहीं हुआ, लेकिन फॉरेंसिक साक्ष्यों और सीसीटीवी फुटेज (गांव के एक कोने में लगी) ने उसकी मौजूदगी और कपड़ों पर खून के निशान की पुष्टि की।
गिरफ्तारी और कबूलनामा
पुलिस ने शक के आधार पर आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले वह लगातार बचने की कोशिश करता रहा, लेकिन जब वैज्ञानिक साक्ष्य उसके खिलाफ पेश किए गए, तो उसने अपराध कबूल कर लिया। उसने बताया कि रक्षाबंधन पर उसकी बहनें राखी बांधने नहीं आईं, जिससे वह नाराज था और नशे में यह कदम उठा बैठा।
गांव में आक्रोश और मातम
वारदात के बाद गांव में भारी पुलिस बल तैनात है। ग्रामीणों में गुस्सा है और आरोपी को फांसी की सज़ा देने की मांग हो रही है। महिला संगठनों ने इस घटना को ‘रिश्तों की सबसे घिनौनी टूटन’ बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और भरोसा दिया कि केस फास्ट-ट्रैक कोर्ट में चलेगा, ताकि जल्द से जल्द न्याय मिले।