
कानपुर। आयुध निर्माणी कानपुर (ओएफसी) में कोलकाता जाने के बाद भी कर्मी की हाजिरी लगते रहने के मामले में निर्माणी प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई ही है। प्रारंभिक जांच के बाद दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। विभाग प्रभारी का तबादला कर दिया गया है। साथ ही हाजिरी की व्यवस्था भी बदल दी गई है।
निर्माणी के सेंट्रल टूल रूम (सीटीआर) सेक्शन में काम करने वाला ऑपरेटर अतनु चक्रवर्ती आठ से 11 अप्रैल 2025 तक कोलकाता में था, लेकिन पंचिंग कार्ड से दूसरा साथी अरविंद सिंह उसकी हाजिरी लगाता रहा। 12 अप्रैल को भी गेट पर उसकी इंट्री दिखाई गई थी।
इस दौरान नाइट ड्यूटी इंचार्ज ने मामला पकड़ा था। उन्होंने देखा कि हाजिरी रजिस्ट्री पर कर्मचारी के हस्ताक्षर तो हैं लेकिन वह मौके पर कहीं नहीं है। निर्माणी के कार्यकारी निदेशक आलोक कुमार ने बताया कि शुरुआती जांच के बाद दोनों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। विभागीय जांच भी कराई जा रही है।
सीटीआर अनुभाग प्रभारी राजेश सिंह का विभाग भी बदल दिया गया है। अब कर्मचारियों की बायोमीट्रिक हाजिरी लगेगी। बता दें, कोरोना काल में बायोमीट्रिक हाजिरी बंद कर दी गई थी। वहीं, हाल ही में आईएसआई एजेंट से बातचीत और संवेदनशील जानकारी साझा करने मामले में यूपी एटीएस ने जूनियर वर्क्स मैनेजर विकास कुमार को गिरफ्तार किया था।