
तिलवाड़ा (रुद्रप्रयाग)। मयाली-गुप्तकाशी मोटर मार्ग पर कुन्याली गांव के समीप किसी अज्ञात ने जंगल में आग लगा दी, जो कुछ ही देरे में पूरे वन क्षेत्र में फैल गई। देर शाम तक आग के कारण चारों तरफ गहरी धुंध छा गई। आग से वन संपदा को व्यापक नुकसान हुआ है। स्थानीय लोगों के साथ वन विभाग की टीम मौके पर आग बुझाने में सफलता पाई है। इधर, विभागीय स्तर पर आग लगाने वाले अज्ञात आरोपी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
शनिवार को अपराह्न बाद रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के दक्षिणी रेंज जाखणी के कुन्याली गांव के समीप सड़क में गिरे पिरुल में किसी अज्ञात ने आग लगा दी। लगभग साढ़े तीन बजे अपने वाहन से कोठियाड़ा गांव में आयोजित धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होने जा रहे कंडाली गांव निवासी सुरेंद्र प्रसाद चमोली, बलवीर सिंह मैखली, लाटा बाबा इंटर कॉलेज के प्रबंधक नरेश भट्ट और सामाजिक कार्यकर्ता ओपी बहुगुणा ने वन विभाग को सूचना देने के साथ ही स्वयं आग बुझाने का प्रयास किया। उन्होंने चीड़ की छोटी-छोटी टहनियां तोड़कर काफी देर तक आग बुझाई।
लेकिन शुष्क मौसम और तेज हवा चलने के कारण आग की लपटें तेजी से वन क्षेत्र को अपने आगोश में ले रहीं थी। बताया कि उन्हें सड़क में अधजली बीड़ी मिली, जिससे अनुमान है कि किसी व्यक्ति ने बीड़ी पीने के बाद पिरुल पर आग लगाई है, जिसने पूरे वन क्षेत्र को अपने आगोश में ले लिया। इधर, रेंजर हरीश थपलियाल ने बताया कि मौके पर टीम भेजी गई है, जिसके द्वारा देर शाम तक वनाग्नि में आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। उन्होंने बताया कि आग से वन क्षेत्र के बड़े हिस्से को क्षति पहुंची है। अज्ञात के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है।