जनवरी 2024 के क्रूर दिन राजाजी टाइगर रिजर्व राष्ट्रीय पार्क के वर्दीधारक कर्मचारियों ने चीला-ऋषिकेश रोड पर सरकारी ड्यूटी में रहते हुए कार दुर्घटना में अपने प्राण न्योछावर किए हैं , यह अत्यंत दुखदाई समाचार है। भगवान इनकी आत्मा को शांति प्रदान करे तथा इनके परिवार को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे।
सरकार को चाहिए कि इन सरकारी वर्दीधारकों को शहीद का दर्जा दे। दुर्घटना वाली गाड़ी नई थी , इस नई गाड़ी का टायर इतनी जल्दी कैसे फट गया ? जिस कारण यह दुर्घटना हुई। कहीं इस गाड़ी को खरीदने में कमीशनवाजी तो नही हुई ? जिस कारण गुणवत्ता में कमी आई हो।
इस दुर्घटना वाली गाड़ी में वास्तव में कुल कितने व्यक्ति सवार थे , इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। यह प्रश्न भी खड़ा होता है कि फील्ड में कार्य करने वाले दस-दस अधिकारी/ कर्मचारी एक ही गाड़ी में सफर कर रहे है, यदि दो गाड़ी भी होती तो कुछ जानें बच सकती थी।
यह भी जांच का विषय है कि बड़े अधिकारियों के घर पे कितनी-कितनी सरकारी गाड़ियां रहती हैं , क्या उनका काम एक गाड़ी से ही नही चल सकता है ? यह वक्त इन सभी बातों पर विचार करने का है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।