नई दिल्ली। दिल्ली के नजफगढ़ के नंगली सकरावती स्थित गोदाम में घुसे एक संदिग्ध को पकड़ने के बाद उसके परिचितों ने गोदाम पर धावा बोल दिया। हमलावरों ने गोदाम के कर्मचारियों के साथ मारपीट की और सुपरवाइजर समेत तीन कर्मचारियों को चाकू गोद दिया। घायलों को पास के अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने सुपरवाइजर को मृत घोषित कर दिया। दो अन्य लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। नजफगढ़ थाना पुलिस मामला दर्ज कर आरोपियों की पहचान में जुटी है। मृत सुपरवाइजर की पहचान धर्मेंद्र (34) के रूप में हुई है। वहीं घायलों की पहचान भागलपुर बिहार निवासी सुख सागर (20) और छोटू (20) के रूप में हुई है।
रविवार रात 8.30 बजे पुलिस को नंगली सकरावती स्थित एक निजी कंपनी के गोदाम में झगड़ा होने और तीन कर्मचारियों को चाकू मारने की जानकारी मिली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पता चला कि घायल कर्मचारियों को उनके सहयोगी अस्पताल लेकर गए हैं। जहां पहुंचने पर पता चला कि डॉक्टरों ने गोदाम के सुपरवाइजर धर्मेंद्र को मृत घोषित कर दिया। वह अपने परिवार के साथ बापरौला गांव में रहते थे। जबकि अन्य दो का इलाज चल रहा है। छानबीन में पता चला कि रविवार रात गोदाम में एक शख्स संदिग्ध हालत में घुस गया। जिसे गोदाम के अंदर देखकर सुख सागर और छोटू ने पकड़ लिया। उन लोगों ने संदिग्ध के बारे में सुपरवाइजर को बताया। गोदाम के कर्मचारी संदिग्ध युवक से पूछताछ करने लगे।
इसी दौरान आरोपी के कई साथी गोदाम में घुस गए और कर्मचारियों पर हमला कर दिया। मारपीट के दौरान सुपरवाइजर समेत तीन कर्मचारियों पर हमलावरों ने ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया। तीनों को गंभीर रूप से घायल करने के बाद हमलावर अपने साथी को लेकर वहां से फरार हो गए। घायलों के साथियों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया और मामले की सूचना पुलिस और गोदाम मालिक को दी। घायलों के बयान पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने गोदाम और उसके आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों की छानबीन की। पुलिस सूत्रों का कहना है कि फुटेज के आधार पर पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।