हरिद्वार। हरिद्वार पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रेफेकिंग सेल ने ऐन वक्त पर मानव तस्करी और सेक्स रैकेट के खेल का खुलासा करते हुए दो लड़कियों को बचा लिया। मां की डांट से नाराज होकर घर से भागी दो सगी बहनें दलाल के चंगुल में फंस गई थी। इन दोनों को दिल्ली से हरिद्वार लाया गया था और सौदा तय कर लिया गया था। लेकिन ऐन वक्त पर एंटी ह्यूमन ट्रेफेकिंग सेल ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
पुलिस ने रैकेट चलाने वाले पति पत्नी समेत 6 दलालों को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि ये लंबे समय से जिस्मफरोशी के धंधे में शामिल थे और नाबालिग लड़कियों को बहला फुसलाकर बेच देते थे।
एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि दलालों के चंगुल से बचाई गई दो बहनें मूल रूप से यूपी के प्रयागराज की रहने वाली हैं। एक की उम्र 17 साल और दूसरी की 14 साल है।
फर्रुखाबाद का रहने वाला आरोपी आलोक दोनों बहनों को पहले दिल्ली लाया और यहां से हरिद्वार लेकर आ गया। रानीपुर मोड के पास टिबड़ी में रहने वाला आलोक अपनी पत्नी के साथ सेक्स रैकेट चलाता था। आलोक ने दोनों लड़कियों को तैयार होने के लिए कहा था और दलालों से उनका सौदा तय कर लिया था। शाम के समय दोनों लड़कियों को बेच दिया जाना था।
लेकिन पुलिस को इसकी पहले ही भनक लग चुकी थी। ऐन वक्त पर पुलिसने छापा मारकर गिरोह का भंडाफोड़ किया और लड़कियों को बचा लिया। पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया। ये गिरोह नाबालिग लड़कियों को बहला फुसलाकर उनका सौदा करता था और उन्हें जिस्मफरोशी के धंधे में धकेलता था।