देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर से मौसम ने करवट बदली है। कड़ी तपिश से राहत देते हुए मंगलवार को झमाझम बारिश हुई। इसी के साथ ही बुधवार की सुबह भी ठण्डी और सुहावनी हुई। मौसम विभाग ने प्रदेश में बिजली की चमक के साथ भारी बारिश का अनुमान लगाया है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि बुधवार को प्रदेश के अधिकांश जनपदों में आकाशीय बिजली चमकने, तीव्र बौछार पड़ने का अनुमान है। इस दौरान 40 से 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चल सकती हैं। इसे देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र ने यलो अलर्ट जारी किया है। गुरुवार से रविवार तक कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। इसके लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
प्रदेश के मुख्यालय देहरादून, डोईवाला, ऋषिकेश, हरिद्वार और रुड़की में दिनभर तेज गर्मी ने आमजन को बेहाल किया, लेकिन शाम पांच बजे से करीब एक घंटे देहरादून व मसूरी में हुई तेज वर्षा से गर्मी के तेवर ठंडे पड़ गए, जिससे गर्मी से काफी राहत मिली है। चमोली जनपद में बदरीनाथ, हेमकुंड व रुद्रप्रयाग जनपद में केदारनाथ व निचले कुछ क्षेत्रों और पौड़ी जनपद के कुछ क्षेत्रों में हल्की वर्षा के बाद गर्मी से राहत महसूस की गई।
दिन में देहरादून का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस व हरिद्वार का सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। देहरादून में चटक धूप खिलने से सुबह आठ से दिन में 12 बजे तक भीषण गर्मी हो रही थी। दोपहर एक बजे से कहीं-कहीं हल्के बादलों से गर्मी के साथ उमस ने भी बेहाल किया। इसके बाद बादल उमड़े और शाम पांच बजे देहरादून, मसूरी, डोईवाला आदि क्षेत्र में तेज वर्षा हुई।
इस तेज वर्षा के बाद तापमान में कुछ ठंडक और नमी महसूस की जाने लगी। इस बार जून में करीब एक घंटे वर्षा पहली बार हुई। उम्मीद है कि एक-दो दिन अधिकतम तापमान में ज्यादा उछाल नहीं आएगा। दून शहर के बीचों-बीच बहने वाली बिंदाल और रिस्पना नदी में वर्षा के बाद सामान्य दिनों के मुकाबले जलस्तर बढ़ता दिखा। नहीं तो दोनों नदियां लगभग सूख गई थी।
मानसून नजदीक आते ही नगर निगम ने आपदा कंट्रोल रूम शुरू कर दिया है। हालांकि, अभी कोई नंबर जारी नहीं किया गया है। निगम ने शहर को पांच जोन में बांटकर टीम गठित करने का दावा किया है। आज से विधिवत रूप से कंट्रोल रूम का संचालन कर दिया जाएगा। शहर में जलभराव समेत अन्य आपदा के हालात से निपटने के लिए नगर निगम की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अविनाश खन्ना ने बताया कि शहर को पांच जोन में बांटा गया है। एक क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) गठित कर दी गई है। अगले तीन माह के लिए आउटसोर्स पर 20 कर्मचारी नियुक्त कर लिए गए हैं। इस बार नगर निगम को कर्मचारियों की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा। कंट्रोल रूम तीन शिफ्ट में 24 घंटे संचालित किया जाएगा। लैंडलाइन नंबर के साथ ही व्हाट्सएप नंबर भी आज जारी कर दिया जाएगा।
हालांकि, क्यूआरटी ने मंगलवार से ही कार्य शुरू कर दिया है। निगम के आपदा कंट्रोल रूम का नंबर 9548301421 है।