अल्मोड़ा। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की राजस्व उप निरीक्षक (पटवारी/लेखपाल) परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हुई। अल्मोड़ा जिले में 3821 युवाओं ने इस परीक्षा से मुंह फेरा, जबकि 6382 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी।
मुख्य शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण ने बताया कि जिले में कुल 47 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। कुल पंजीकृत 10203 अभ्यर्थियों में से 6382 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए जबकि 3821 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा सुबह 11 से एक बजे तक हुई। सभी परीक्षा केंद्रों में धारा 144 लागू रही। कई युवा परीक्षा शुरू होने से पहले ही परीक्षा केंद्र पहुंच गए थे जबकि दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पहुंचने में खासी जद्दोजहद करनी पड़ी। उन्होंने उत्साह के साथ परीक्षा दी। अब उन्हें रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार है।
राजस्व उप निरीक्षक (पटवारी/लेखपाल) परीक्षा देने के लिए अभ्यर्थी दूरस्थ स्थानों से पहुंचे। कई मार्गों पर बस का संचालन न होने से उन्हें नि:शुल्क सेवा का लाभ नहीं मिला और उन्हें टैक्सियों में ऊंचा किराया देकर सफर करना पड़ा। जिले के परीक्षा देने के लिए लमगड़ा, जैंती, भनोली, दन्या, सोमेश्वर, चौखुटिया, द्वाराहाट, रानीखेत समेत विभिन्न स्थानों से अभ्यर्थी पहुंचे।
अधिकांश ग्रामीण रूटों में रोडवेज, केमू की बसों का संचालन न होने से सिर्फ टैक्सियों के सहारे सफर होता है। रविवार होने की वजह से टैक्सियों का संचालन भी सीमित रहने से युवाओं को खासी परेशानी झेलनी पड़ी। इसका लाभ उठाते हुए टैक्सी चालकों ने परीक्षार्थियों से मनमाना किराया वसूला। टैक्सी में अल्मोड़ा से सोमेश्वर का किराया 150 रुपये है, जबकि युवाओं से 300 रुपये किराया वसूला गया।
चौखुटिया से अल्मोड़ा का किराया 200 रुपये है। परीक्षा देने आए युवाओं से 350 रुपये किराया वसूला गया। अल्मोड़ा से हल्द्वानी का किराया 400 रुपये के स्थान पर 500 रुपये लिया गया। इसी तरह अन्य रूटों में भी मनमाना किराया वसूलकर टैक्सी संचालकों ने चांदी काटी तो बेरोजगार युवा खूब लुटे।